झारखंड: चंपाई सरकार ने किया एक और वादा पूरा, जानिये स्टूडेंट को कैसे मिलेगा लाभ

रांची। झारखंड सरकार ने अपना एक और वादा पूरा कर दिया है। हायर एजुकेशन के लिए अब छात्रों को बड़ी आसानी से 15 लाख तक का लोन मिल जायेगा। हेमंत सोरेन के कार्यकाल में ही इस योजना की परिकल्पना रखी गयी थी, जिसे अब चंपाई सरकार ने मूर्तरूप दिया है। खुद आज मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर इसकी जानकारी आमलोगों के साथ साझा की है। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया में अपने पोस्ट में कहा है कि जनता से किया एक और वादा आज पूरा हुआ।

मुख्यमंत्री ने लिखा है कि आज विद्यार्थियों के उच्चतर शिक्षा में सहयोग के लिए गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का शुभारंभ किया गया। इसके तहत छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए आसानी से 15 लाख तक ऋण उपलब्ध होगा। हमारा मानना है कि शिक्षा से समाज में बदलाव आयेगा। इसलिए हमारी सरकार ने हर जिले में अत्याधुनिक सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस खोला, छात्रवृत्ति में वृद्धि की गई, बेटियों को सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से जोड़ा गया, तकनीकी शिक्षा हेतु मानकी मुंडा छात्रवृत्ति शुरू की गई तथा गरीब परिवारों से ताल्लुक रखने वाले छात्रों को मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति देकर विदेशों में उच्च शिक्षा के लिए भेजा गया। आप सभी के सहयोग से, शिक्षा के जरिये झारखंड की अगली पीढ़ी के जीवन स्तर में बदलाव लाने की यह मुहिम जारी रहेगी।

उच्च शिक्षा के लिए 15 लाख रुपये का लोन

गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना गरीब विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा हेतु लोन देने के लिए शुरू की जा रही है। इस योजना के तहत छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए अधिकतम 15 लाख रुपये तक का ऋण बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा।इसमें 30 प्रतिशत राशि छात्र-छात्राओं के रहने एवं अन्य खर्च के लिए होगी। यह ऋण चार प्रतिशत साधारण ब्याज की दर से उपलब्ध कराया जाएगा। शेष ब्याज का वहन राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। राज्य सरकार शत-प्रतिशत ऋण का गारंटर भी होगी।

15 साल की अवधि में भर सकेंगे लोन

ऋण वापसी के लिए अधिकतम समय सीमा 15 वर्ष निर्धारित की गई है। इसमें पाठ्यक्रम अवधि तथा उसके एक वर्ष बाद की अवधि मिलाकर होगी। छात्रों के पास यह विकल्प होगा कि वह पाठ्यक्रम पूरा होने के एक वर्ष बाद से ऋण वापसी करे।ऋण के लिए बैंक द्वारा किसी प्रकार का प्रोसेसिंग शुल्क नहीं लिया जाएगा। चार लाख रुपये तक कोई भी मार्जिन मनी का प्रावधान नहीं होगा। इससे अधिक राशि के लिए ऋण का पांच प्रतिशत मार्जिन मनी होगा।इसी तरह, मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना के तहत झारखंड के सरकारी, निजी एवं पीपीपी मोड पर संचालित पाॅलीटेक्निक संस्थानों में अध्ययनरत छात्राओं को प्रतिवर्ष 15 हजार रुपये की छात्रवृत्ति मिलेगी।इसी तरह यहां के सरकारी, निजी एवं पीपीपी मोड पर संचालित इंजीनियरिंग संस्थानों में बीई तथा बीटेक की पढ़ाई कर रही छात्राओं को प्रतिवर्ष 30 हजार रुपये प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति मिलेगी।इसका लाभ लेने के लिए डिप्लोमा में नामांकित छात्राओं को झारखंड से 10वीं उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। इसी तरह इंजीनियरिंग में नामांकित छात्राओं को झारखंड से 10वीं एवं 12वीं दोनों उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा।


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