चंपाई के BJP में आने पर भी मौजूदा शीर्ष नेतृत्व ही रहेगा पावरफुल, प्रधानमंत्री से बाबूलाल मरांडी की मुलाकात के जानिये क्या हैं मायने

नयी दिल्ली/रांची। बाबूलाल मरांडी की नरेंद्र से मुलाकात के सियासी मायने क्या हो सकते हों? अंदरखाने की जो खबर है, वो पार्टी के अंदरुनी खींचतान की तरफ ही ज्यादा इशारा कर रहा है। चंपाई सोरेन की अमित शाह से मुलाकात के कुछ घंटे बाद ही प्रधानमंत्री मोदी से बाबूलाल मरांडी की मुलाकात, महज इक्तेफाक तो नहीं ही है। राजनीति के जानकार मानते हैं कि चंपाई सोरेन को भाजपा में शामिल किये जाने पर झारखंड का शीर्ष नेतृत्व सहमत ना भी हो। लिहाजा प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान बाबूलाल मरांडी ने उन्हें पार्टी की स्थिति और परिस्थिति दोनों से वाकीफ कराया होगा। चंपाई सोरेन 30 अगस्त को बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।

जाहिर है चंपाई सोरेन के कद के आगे भाजपा के कई नेता की स्थिति छोटी हो जायेगी। साथ ही जिन शर्तों के साथ भाजपा में शामिल होने की उनकी अटकलें लग रही है, वो भी कई बड़े नेताओं को नागवार लग रहा है। ऐसे में झारखंड बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को विश्वास में लेना भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के लिए बेहद जरूरी है। बाबूलाल मरांडी के साथ प्रधानमंत्री की सीधी मुलाकात भी यही इशारा कर रहा है कि उन्होंने आश्वस्त किया गया होगा कि चंपाई सोरेन के आने के बाद भी उनके कद और पद में किसी तरह की कोई कमी नहीं आयेगी।

मुलाकात के बारे में पत्रकारों को बताते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि उन्होंने राज्य के राजनीतिक हालात और पार्टी संगठन द्वारा किए जा रहे कामकाज के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि झारखंड में जेएमएम में अब कुछ बचा नहीं है। चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने से निश्चित तौर पर राज्य में पार्टी को फायदा होगा। उन्होंने यह भी साफ किया कि चंपई सोरेन को भाजपा में शामिल करने पर पहले प्रदेश स्तर पर चर्चा हुई थी और उसके बाद ही उन्हें दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलवाया गया था।






बाबूलाल मरांडी ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई मुलाकात की तस्वीर एक्स पर शेयर करते हुए लिखा, "आज नई दिल्ली में आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से शिष्टाचार मुलाकात की। प्रधानमंत्री जी का सानिध्य एवं मार्गदर्शन सदैव जनसेवा की नई ऊर्जा एवं प्रेरणा प्रदान करता है।"उल्लेखनीय है कि असम के मुख्यमंत्री एवं झारखंड प्रदेश के चुनाव सह-प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार देर रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, चंपई सोरेन और अपनी मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए एक्स पर पोस्ट कर बताया था कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के प्रतिष्ठित आदिवासी नेता चंपई सोरेन 30 अगस्त को रांची में आधिकारिक तौर पर भाजपा में शामिल होंगे।






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