15 अगस्त पर प्रधानमंत्री का बड़ा ऐलान : लालकिले पर झंडोत्तोलन कर ये बड़ी घोषणाएं की, पढ़िये पीएम के संबोधन की खास बातें

नयी दिल्ली। 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इसके बाद देश को संबोधित करते हुए उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद किया। पीएम मोदी ने कहा कि जब हम 40 करोड़ थे, तब हमने महासत्ता को हरा दिया था। आज तो हम 140 करोड़ हैं। संबोधन से पहले पीएम मोदी को स्वदेशी 105 एमएम लाइट फील्ड गन से 21 तोपों की सलामी दी गई।

समारोह में करीब 6000 स्पेशल अतिथियों को आमंत्रित किया गया. कार्यक्रम में खासतौर पर अटल इनोवेशन मिशन जैसी पहलों से जुड़े लोग, मेरा युवा भारत के वॉलंटियर्स, आदिवासी समुदाय के लोग और किसान संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने कहा कि हिन्दुस्तान के लगभग करीब सभी क्षेत्रों में 5G पहुंच गया है। हम 5G पर रुकने वाले नहीं हैं। हम अभी से 6G पर मिशन मोड में काम कर रहे हैं। भविष्य के साथ सेमीकंडक्टर जुड़ा हुआ है। हमने सेमीकंडक्टर मिशन पर काम शुरू किया...अब सेमीकंडक्टर का उत्पादन भी भारत में होगा। हम एंड-टू-एंड समाधान विश्व को देने का सामर्थ्य रखते हैं।

लाल किले पर देश को संबोधित करने के दौरान पीएम मोदी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अगले पांच वर्षों में, भारत के मेडिकल कॉलेजों में 75,000 नई सीटें बनाई जाएंगी। विकसित भारत 2047 भी 'स्वस्थ भारत' होना चाहिए और इसके लिए हमने राष्ट्रीय पोषण मिशन शुरू किया है। इस घटना का जिक्र नहीं किया।

पीएम मोदी ने कहा कि हमें एक बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी और हमने जमीन पर बड़े सुधार किए... मैं देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सुधारों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता गुलाबी कागज के संपादकीय तक सीमित नहीं है। सुधारों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता किसी के लिए नहीं है।" कुछ दिनों की सराहना। हमारी रिफॉर्म प्रक्रिया किसी मजबूरी के तहत नहीं है, ये देश को मजबूत करने के इरादे से है। इसलिए, मैं कह सकता हूं कि रिफॉर्म्स का हमारा रास्ता एक प्रकार से ग्रोथ का ब्लूप्रिंट है , यह बदलाव केवल वाद-विवाद क्लबों, बौद्धिक समाजों और विशेषज्ञों के लिए चर्चा का विषय नहीं है...हमने राजनीतिक मजबूरियों के लिए ऐसा नहीं किया...हमारा एक ही संकल्प है- राष्ट्र प्रथम।

सभी देशवासी कंधे से कंधे मिलाकर चलें तो हर चुनौती को पार करते हुए हम समृद्ध भारत बना सकते हैं। विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। अगर 40 करोड़ देशवासी देश को गुलामी से मुक्त करा आजाद दिला सकते हैं तो फिर 140 करोड़ देशवासी भी समृद्ध भारत बना सकते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस संबोधन में कहा, "इस वर्ष और पिछले कई वर्षों से प्राकृतिक आपदा के कारण हमारी चिंता बढ़ती चली जा रही है। प्राकृतिक आपदा में अनेक लोगों ने अपने परिवार जन खोए हैं, संपत्ति खोई है। मैं आज उन सब के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और मैं उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि ये देश इस संकट की घड़ी में उनके साथ खड़ा है।

पीएम ने कहा कि आजादी के परवानों को नमन करने का यह दिन है। सैकड़ों साल संघर्ष के बाद आजादी मिली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इशारों ही इशारों में कोलकाता में हुए लेडी डॉक्टर रेप-मर्डर कांड मामले में सख्त एक्शन लेने की मांग की. उन्होंने कहा, 'महिलाओं के खिलाफ राक्षसी कृत्य करने वालों को जल्द से जल्द दंडित किया जाना चाहिए.' हालांकि, उन्होंने अपने भाषण में कहीं भी इस घटना का जिक्र नहीं किया.

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