राज्यपाल रघुवर दास के बेटे का कांड: लग्जरी कार नहीं भेजीं, तो गुस्साए ओडिशा राज्यपाल के बेटे ललित ने अफसर को पीटा, जूते चाटने को कहा

रांची/पुरी। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व ओड़िशा के राज्यपाल रघुवर दास के बेटे पर मारपीट और जूता चटवाने का गंभीर आरोप लगा है। रघुवर दास के बेटे ललित कुमार पर आरोप है कि उन्होंने राजभवन के ही एक कर्मचारी बैकुंठ प्रधान के साथ मारपीट की। अब इस मामले बैकुंठ प्रधान ने राजभवन के प्रधान सचिव से मामले की शिकायत की है। शिकायत में राज्यपाल रघुवर दास के बेटे ललित कुमार पर मारपीट और जान से मारने की धमकी का आरोप लगा है । आरोप है कि कर्मचारी को जूते चाटने को भी कहा।


पुरी में स्थित राजभवन में यह कांड तब हुआ जब देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रथ यात्रा के लिए आधिकारिक दौरे पर थीं। इसकी वजह केवल यह थी कि राज्यपाल के बेटे को रेलवे स्टेशन पर लेने के लिए लग्जरी कार नहीं गई थी। राजभवन के अधिकारी बैकुंठ प्रधान राज्यपाल सचिवालय के हाउसहोल्ड सेक्शन में सहायक अनुभाग अधिकारी के पद पर हैं। रघुबर दास के बेटे ललित कुमार और पांच अन्य लोगों ने 7 जुलाई की रात को पुरी में राजभवन परिसर में उन्हें थप्पड़, घूंसे और लात मारी थी। यहीं पर उन्हें राष्ट्रपति पद की तैयारियों की निगरानी के लिए तैनात किया गया था।


मामले में अब मानवाधिकार आयोग में भी शिकायत हुई है। बैकुंठ प्रधान राजभवन के सहायक अनुभाग अधिकारी के पद पर कार्यरत है। घटना 7 जुलाई की है, करीब 11.45 बजे, जब बैकुंठ प्रधान अपने कार्यालय कक्ष में बैठे थे तब आकाश सिंह ( राज्यपाल के निजी रसोइए) ने आकर बताया कि राज्यपाल के बेटे ललित कुमार अभी मुझसे मिलना चाहते हैं। जब वे आकाश के साथ सूट नं-4 में ललित कुमार से मिलने गए तो देखते ही ललित कुमार ने डांटना औऱ गालियां देना शुरू कर दिया।


फिर ललित कुमार ने उसे थप्पड़ मारना शुरू कर दिया। बैकुंठ दास ने राज्यपाल रघुवर दास के बेटे ललित पर आरोप लगाया कि उन्होंने उसे जान से मारने की धमकी दी और एनेक्सी में छिपने के बाद भी उन्हें पीएसओ के ज़रिए ढूँढ कर लाया गया और मारपीट की गई। ललित ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी । बैकुंठ दास ने इसकी शिकायत आधिकारिक तौर से की है । राजभवन के कर्मचारी से इस तरह से मारपीट के बाद ओड़िशा सेक्रेटेरियट सर्विस एसोसिएशन ने आपत्ति दर्ज कराई औऱ कार्रवाई की मांग की है ।


सोशल मीडिया एक्स के पोस्ट के जरिए रघुवर दास के बेटे के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है । एसोसिएशन ने आरोप लगाया है कि शिकायत के बाद भी अभी तक पुलिस ने एफआईआर नहीं की है । माना जा रहा है कि रघुवर दास और उनके बेटे के खिलाफ ओड़िशा के कर्मचारियों में जबरदस्त आक्रोश है । सोशल मीडिया पर इसे ओड़िशा के अस्मिता से जोड़ कर देखा जा रहा है औऱ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है । खासतौर से एफआईआर नहीं करने से कर्मचारी संघ नाराज है।


प्रधान ने कहा कि उन्होंने 8 जुलाई को शाम 4.30 बजे राज्यपाल के प्रधान सचिव को मौखिक रूप से कथित घटना बताई और 10 जुलाई को पत्र भेजा। शुक्रवार को भुवनेश्वर में मीडिया से बात करते हुए प्रधान की पत्नी सयोज ने दावा किया कि वे 11 जुलाई को सी बीच पुलिस स्टेशन भी शिकायत दर्ज कराने गई थीं, लेकिन शिकायत स्वीकार नहीं की गई। उन्होंने कहा कि इसलिए हमने पुलिस को शिकायत मेल कर दी है।


पीड़ित बैकुंठ ने कहा कि आधी रात को हुई इस घटना की बारे में उन्होंने अगले ही दिन 8 जुलाई को राज्यपाल के प्रधान सचिव को मौखिक रूप से बताया। लिखित शिकायत 10 जुलाई को दर्ज कराई। भुवनेश्वर में मीडिया से बात करते हुए प्रधान की पत्नी सयोज ने दावा किया कि 11 जुलाई को वह इस मामले की शिकायत करने सी बीच पुलिस स्टेशन गई थीं लेकिन पुलिस ने उन्हें भगा दिया। बैकुंट प्रधान 2019 में एएसओ की नौकरी करने से पहले लगभग 20 साल तक भारतीय वायु सेना में रहे हैं। आरोप है कि ललित ने उन्हें फिर से थप्पड़ मारे, चेहरे पर कई वार किए। शरीर पर जहां मिला, वहां लात और घूंसे से पीटा। बैकुंट का आरोप है कि उनका बायां घुटना बेरहमी से मोड़ दिया गया।




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