CSIS के लिए काम करते हैं खालिस्तानी आतंकी, निज्जर पर जस्टिन ट्रूडो सरकार ने नहीं दिए कोई सबूत: संजय वर्मा ने खोली कनाडा की पोल
नई दिल्ली। कनाडा के भारत पर आरोपों के बीच पूर्व हाई कमिश्नर संजय वर्मा ने अंदर की बात बताई है। उन्होंने कहा है कि खालिस्तानी आतंकी कनाडा की खुफिया एजेंसी की कठपुतली हैं और उनके लिए काम करते हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि कनाडा खालिस्तानी आतंकियों को प्रत्यर्पित करने में लगातार आनाकानी कर रहा है।
पूर्व हाई कमिश्नर संजय वर्मा ने यह बातें कनाडा के न्यूज TV चैनल को दिए गए 26 मिनट लम्बे इंटरव्यू में कही हैं। उन्होंने इस दौरान निज्जर की हत्या में भारत का रोल होने की बात सिरे से नकार दी है। उन्होंने इसके साथ इस मामले का राजनीतिक लाभ लेने का आरोप कनाडा के प्रधानमंत्री और उनकी सरकार पर लगाया है।
इंटरव्यू के दौरान संजय वर्मा ने कहा, “खालिस्तानी आतंकियों को यहाँ प्रश्रय दिया जाता है, खालिस्तानी आतंकी यहाँ की ख़ुफ़िया एजेंसी CSIS के एसेट हैं। यह आरोप मैं बिना कोई सबूत दिए हुए लगा रहा हूँ… यही काम ट्रूडो ने किया है।”
संजय वर्मा ने निज्जर की हत्या पर आगे बताया,”हमें इस बारे में कोई भी सबूत नहीं पेश किया गया है। अगर ट्रूडो और उनके साथी इस बारे में जानते थे और वह कोर्ट नहीं जा रहे थे तो क्या यह एक अपराध नहीं है… आखिर किस आधार पर वह मुझसे पूछताछ करना चाहते हैं। अगर कोई छोटे अपराध के लिए पकड़ा जाता है तो सबूत दिए जाते हैं, इस मामले में नहीं दिए जा रहे।”
उन्होंने पश्चिमी देशों पर निशाना भी साधा। संजय वर्मा ने कहा कि अब वह समय नहीं रहा जब पश्चिमी देश किसी देश को कुछ करने को कहते और वह करने लगते। सने संजय वर्मा ने कहा कि भारत एक कानून के राज वाला देश है, आखिर ऐसे में कनाडा सबूत क्यों नहीं पेश कर रहा।” यह इंटरव्यू आप नीचे लगे लिंक पर देख सकते हैं।
संजय वर्मा ने कहा कि उनको और ट्रूडो और उनकी सरकार पर भरोसा नहीं है। संजय वर्मा ने बताया कि उनकी जगह पर कोई नया आएगा या नहीं, यह बातचीत के बाद तय होगा। संजय वर्मा ने कहा है कि ट्रूडो ने सिर्फ ख़ुफ़िया जानकारी के आधार पर ही भारत पर आरोप जड़ दिए और बाद में खुद कबूल किया कि उनके पास कोई पक्का सबूत नहीं है।
कनाडा में बैठ कर भारत तोड़ने वालों को लेकर बात करते हुए संजय वर्मा ने कहा, “भारत में क्या होता है, वह भारतीय तय होंगे। कनाडा में रहने वाली खालिस्तानी आतंकी और चरमपंथी भारती नहीं बल्कि कनाडा के नागरिक हैं, और हमें लगता है कि किसी भी देश को अपने नागरिकों को दूसरे देश को तोड़ने का प्रयास नहीं करने देना चाहिए।”
हाई कमिश्नर संजय वर्मा ने यह भी कहा कि भारत और कनाडा के बीच का यह विवाद सांस्कृतिक और व्यापारिक सम्बन्धों को ख़ास नुकसान नहीं पहुँचाएगा। उन्होंने कहा कि इससे कुछ असर जरूर पड़ सकता है। संजय वर्मा ने कनाडा से भारत की चिंताओं पर एक्शन लेने को भी कहा है।
गौरतलब है कि निज्जर की हत्या में भारत सरकार के शामिल होने के आरोप ट्रूडो के लगाने के बाद विवाद हाल ही में काफी बढ़ गया था। इसके बाद भारत ने संजय वर्मा को वापस बुला लिया था और कनाडा के हाई कमिश्नर को देश से निकल जाने को कहा था। संजय वर्मा ने इसके बाद इन आरोपों पर जवाब दिया है।