Kolkata RG Kar Case: कौन हैं कबिता सरकार? ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर के आरोपी संजय रॉय की करेंगी वकालत

Kolkata RG Kar Case: 52 साल की वकील कबिता सरकार अपने 25 साल के करियर में सबसे चुनौतीपूर्ण केस लड़ रही हैं. सियालदाह कोर्ट ने आरजी कर बलात्कार-हत्या मामले में आरोपी संजय रॉय का बचाव करने के लिए कबिता सरकार को नियुक्त किया है. आरोपी संजय रॉय का केस लेने के लिए कोई भी वकील तैयार नहीं था. ऐसे में कोर्ट ने कबिता सरकार को आरोपी की वकालत के लिए नियुक्त कर दिया. सवाल ये कि आखिर कबिता सरकार कौन हैं?

कबिता सरकार ने हुगली मोहसिन कॉलेज से कानून में ग्रेजुएशन किया है. उन्होंने अपना कैरियर अलीपुर कोर्ट से शुरू किया और वे सिविल मामलों पर फोकस्ड रहती हैं. फरवरी 2023 में SALSA वकील के रूप में क्रिमिनल लॉ में उनकी एंट्री हुई. बाद में जून 2023 में सियालदह अदालत में चली गईं.

मृत्युदंड के खिलाफ रहती हैं कबिता सरकार

कबिता सरकार का मानना है कि किसी आरोपी को इंसाफ कोर्ट में सुनवाई के बाद ही मिलना चाहिए. पहले से किसी नतीजे पर पहुंचने में कबिता भरोसा नहीं करती हैं. उनका मानना है कि हर किसी आरोपी को निष्पक्ष सुनवाई का अधिकार भी है. उन्होंने इस चुनौतीपूर्ण केस में अपने सीनियर वकील सौरभ बनर्जी का साथ मांगा है.

आरजी कर अस्पताल केस में आरोपी संजय रॉय का केस लेने वाली कबिता सरकार मौत की सजा के खिलाफ रहती हैं. उनका मानना है कि सबसे अधिकतम सजा के रूप में दोषी को उम्रकैद की सजा मिलना पर्याप्त है. उनका ये भी मानना है कि किसी आरोपी को उसके किए के पछतावे का मौका दिया जाना चाहिए.

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9 अगस्त को कोलकाता आरजी कर अस्पताल का सामने आया था खौफनाक मंजर

9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या का मामला सामने आया था. पुलिस ने मामले की पड़ताल के दौरान संजय रॉय को गिरफ्तार किया था. संजय रॉय फिलहाल सीबीआई की हिरासत में है. सीबीआई ने आरोपी संजय रॉय का मनोविश्लेषणात्मक प्रोफाइल (साइको एनैलटिक प्रोफाइल) कराया है. इसके नतीजों के मुताबिक, आरोपी संजय रॉय एक पशु प्रवृत्ति वाला शख्स है, वो पॉर्नोग्राफी का एडिक्ट भी है.

सीबीआई के एक अधिकारी के मुताबिक, आरोपी ने पूछताछ के दौरान जघन्य हत्या के लिए कोई पछतावा नहीं दिखाया. उसने बिना की रुकावट के पूरी घटना बताई. उसके चेहरे पर इस जघन्य अपराध के लिए कोई शिकन नहीं दिखी.

अब तक की जांच में सामने आया है कि आरोपी संजय रॉय क्राइम स्पॉट पर मौजूद था. घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में उसे 8 अगस्त को सुबह 11 बजे चेस्ट डिपार्टमेंट के आसपास देखा गया. फिर 9 अगस्त को सुबह 4 बजे कैमरे में उसे उसी बिल्डिंग में घुसते हुए देखा गया. ट्रेनी डॉक्टर की जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई है, उसके मुताबिक उसकी मौत 9 अगस्त को सुबह 3 से 5 बजे के बीच हुई थी. सीबीआई फिलहाल इस बात की जांच कर रही है कि क्या वारदात के पीछे कोई साजिश थी?

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