जानते हैं राष्ट्रपति की कैसी होती है कार ? ना पंचर होती है और ना गोली-ग्रेनेड का असर होता है, जानिये पहले राष्ट्रपति से लेकर आज तक के राष्ट्रपति तक की कार की खासियत

What is the specialty of the President's car? लोगों के मन में अक्सर ये सवाल होता है कि आखिर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल जैसे माननीयों की गाड़ियां कैसी होती होगी? उन गाड़ियों में क्या खास फीचर्स होते होंगे? क्या वैसी गाड़ियां मार्केट में मिलती होगी? उन गाड़ियों की खासियत और सुविधाएं सामान्य गाड़ियों से कितनी अलग होती है? चलिये आज हम आपको राष्ट्रपति की कार की खासियतों के बारे में बताते हैं। दरअसल अभी मौजूदा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जिस कार पर सवार होती है, वो मर्सिडीज़-बेंज एस600 पुलमैन गार्ड है।

क्या है मर्सिडीज बेंज एस600 पुलमैन गार्ड की खासियत

मर्सिडीज़-बेंज एस600 पुलमैन गार्ड बेहद ही ख़ास है। ये एक एक्सप्लोसिव रेजिस्टेंट व्हीकल है, जो 2010-लेवल और VR9-लेवल की सेफ्टी से लैस है। इस बख़्तरबंद लग्ज़री सैलून कार पर बड़े-बड़े बम धमाकों को झेलने की शक्ति है। रिपोर्ट् के अनुसार ये कार 15 किग्रा TNT और तकरीबन 2 मीटर की दूरी से AK-47 जैसे ऑटोमेटिक रॉयफल की गोलीबारी को भी झेल सकता है।

इतना ही नहीं इस कार के ग्लॉस इतने मजबूत है कि, 7.62x51 मिमी की गोली भी इसे भेद नहीं सकती है। राष्ट्रपति की इस कार को कई अत्याधुनिक तकनीक और फीचर्स से लैस किया गया है. बताया जाता है कि, ये कार टायर के फटने के बाद भी कई किलोमीटर तक का सफर कर सकती है। इसके अलावा इसमें सेल्फ-सीलिंग फ्यूल टैंक और फायर एक्सटिंग्विशर सिस्टम भी दिया गया है. कार की बॉडी मजबूत स्टील से बनी है, जो किसी अभेद किले से कम नहीं है। भारत के राष्ट्रपति की आधिकारिक कार पर नंबर प्लेट के उपर भारत का राष्ट्रीय चिन्ह यानी 'अशोक स्तंभ' अंकित होता है. ये इस बात का सूचक है कि, ये देश के राष्ट्रपति की ऑफिशियल कार है. द्रौपदी मुर्मू से पूर्व देश के चौदहवें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी इसी कार में सफर करते थें. देश के गणतंत्र बनने और पहले राष्ट्रपति चुने जाने के बाद, पिछले 74 सालों में इंडियन प्रेसिडेंट्स की ऑफिशियल कार में कई बड़े बदलाव देखे गए हैं।

प्रतिभा देवी पाटिल की कार

2007 में जब प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने देश के 12वें राष्ट्रपति के तौर पर पदभार संभाला था उस वक्त राष्ट्रपति के ऑफिशियल कार को आखिरी बार अपग्रेड किया गया था. उससे पूर्व मर्सिडीज़ बेंज एस-क्लॉस डब्ल्यू 140 राष्ट्रपति की ऑफिशियल कार थी. प्रतिभा पाटिल के समय एस-क्लॉस एस600 पुलमैन लिमोज़िन को राष्ट्रपति के आधिकारिक वाहन के तौर पर इस्तेमाल किया जाने लगा. इस नेक्स्ट जेनरेशन कार में कई अत्याधुनिक फीचर्स को शामिल किया गया।

एपीजे अब्दुल कलाम की कार

ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने साल 2002 से लेकर 2007 तक देश के 11वें राष्ट्रपति के तौर पर पदभार संभाला था. वो देश के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रपतियों में से एक रहे हैं. उनके समय ही मर्सिडीज़ बेंज एस-क्लॉस डब्ल्यू 140 को ऑफिशियल प्रेसिडेंट कार के तौर पर शामिल किया गया था. हालांकि अब्दुल कलाम अपने टेन्योर के आखिरी समय यानी कि 2007 के आते-आते हिंदुस्तान एंबेसडर का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था।

शंकर दयाल शर्मा की थी पहली बुलेटप्रूफ कार

डा. शंकर दयाल शर्मा (कार्यकाल 1992-1997) पहले ऐसे राष्ट्रपति थें जिन्होनें बुलेट और ग्रेनेड प्रूफ लिमोजिन कार का इस्तेमाल शुरू किया था. उस वक्त Mercedes-Benz W124 उनकी ऑफिशियल कार थी, ये एक बख्तरबंद कार थी जो पूरी तरह से बुलेट और ग्रेनेट प्रूफ थी. आगे चलकर इसी कार का इस्तेमाल देश के दसवें राष्ट्रपति के. आर. नारायणन (कार्यकाल: 1997-2002) द्वारा किया गया।

पहले राष्ट्रपति की ऐसी थी कार

देश के पहले राष्ट्रपति डा राजेंद्र प्रसाद के लिए कैडिलैक कंट्री कन्वर्टिबल का आयात किया गया था। ये भारत में राष्ट्रपति की पहली कार थी। आधिकारिक राष्ट्रपति काफिले में शामिल होने के लिए इसे अमेरिका से आयात किया गया था, हालांकि इस बात का कोई डेटा नहीं है कि कार को बेड़े में कब शामिल किया गया था, लेकिन कंट्री कन्वर्टिबल का इस्तेमाल तब किया जाता था जब दूसरे देशों के राष्ट्राध्यक्ष आधिकारिक यात्राओं के लिए राष्ट्रीय राजधानी आते थें।

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