केंद्रीय परिवहन मंत्री ने देशवासियों को दिया बड़ा तोहफा, टोल टैक्स से दी मुक्ति

नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आज शुक्रवार26 जुलाई को राजमार्गों पर मौजूदा टोल प्रणाली को समाप्त करने और सैटेलाइट टोल संग्रह प्रणाली शुरू करने की घोषणा की है। गडकरी ने कहा कि, सरकार मौजूदा टोल प्रणाली को बंद कर रही है और जल्द ही सैटेलाइट आधारित टोल संग्रह प्रणाली लागू करेगी। इस नई प्रणाली का उद्देश्य टोल संग्रह को बढ़ाना और टोल प्लाजा पर भीड़ को कम करना है।

दरसअल, 25 जून 2024 को जीएनएसएस-आधारित प्रणाली पर हितधारकों से परामर्श करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की गई थी। इसके बाद, 7 जून 2024 को व्यापक औद्योगिक भागीदारी को आमंत्रित करते हुए रुचि की अभिव्यक्ति (ईओआई) प्रस्तुत की गई। ईओआई जमा करने की अंतिम तिथि 22 जुलाई 2024 थी।

सैटेलाइट आधारित होगा टोल कलेक्शन सिस्टम

सैटेलाइट आधारित टोल संग्रह प्रणाली के जरिए टोल प्लाजा पर लंबी कतारों को कम करने और समय बचाने का प्रयास किया जा रहा है। इस नई प्रणाली के तहत वाहन मालिकों को टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं होगी और उनके द्वारा तय की गई दूरी के आधार पर टोल शुल्क उनके बैंक खातों से काट लिया जाएगा। इससे न केवल समय की बचत होगी बल्कि यातायात भी सुचारू होगा।

गडकरी ने पिछले साल दी थी नए सिस्टम की जानकारी

बता दें कि, नितिन गडकरी ने दिसंबर में घोषणा की थी कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) मार्च 2024 तक इस नई प्रणाली को लागू करने का लक्ष्य बना रहा है। टोल प्लाजा पर प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और प्रतीक्षा समय को कम करने के प्रयासों से विश्व बैंक को अवगत करा दिया गया है। FASTag की शुरुआत के साथ, टोल प्लाजा पर औसत प्रतीक्षा समय में उल्लेखनीय कमी आई है। इसका परीक्षण कर्नाटक में NH-275 के बेंगलुरु-मैसूर खंड और हरियाणा में NH-709 के पानीपत-हिसार खंड पर किया गया था।

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