झारखंड की आशा रानी को मिलेगा राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान, 5 सितंबर को राष्ट्रपति देंगी अवार्ड, जानिये कितनी मिलेगी राशि और...

रांची। 5 सितंबर को देश के चयनित 50 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू नई दिल्ली के विज्ञान भवन में शिक्षकों को सम्मानित करेंगी। 50 शिक्षकों में झारखंड से भी एक शिक्षक का चयन किया गया है। झारखंड की डा आशा रानी को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। आशा रानी बोकारो जिले के चंदनकियारी में पोस्टेड है। प्लस टू हाईस्कूल चंदनकियारी की शिक्षिका आशा रानी को ये पुरस्कार शिक्षा के क्षेत्र उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जायेगा। 5 सितंबर को उन्हें पुरस्कृत किया जायेगा।


राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार:

  • राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार का उद्देश्य देश के कुछ बेहतरीन शिक्षकों के अनूठे योगदान का जश्न मनाना तथा उन शिक्षकों को सम्मानित करना है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता के माध्यम से न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध बनाया है।
  • ये पुरस्कार प्रत्येक वर्ष 5 सितंबर को भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किये जाते हैं।
  • पुरस्कार में एक रजत पदक, एक प्रमाण पत्र एवं 50,000 रुपए की नकद राशि शामिल है।
  • इस वर्ष पुरस्कार के दायरे में स्कूली शिक्षा तथा साक्षरता विभाग द्वारा चयनित शिक्षकों के अतिरिक्त उच्च शिक्षा विभाग एवं कौशल विकास मंत्रालय द्वारा चयनित शिक्षकों को भी शामिल किया गया है।


भारत में शिक्षक दिवस:


  • वर्ष 1962 से प्रतिवर्ष 5 सितंबर को मनाए जाने वाले इस दिवस का उद्देश्य भारत में स्कूल अध्यापकों, शोधकर्ताओं और प्रोफेसरों सहित अन्य शिक्षकों के योगदान का सम्मान करना है।
  • भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने छात्रों के उत्सव के अनुरोध की प्रतिक्रिया में उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने का सुझाव दिया।


50 शिक्षकों का हुआ चयन

शिक्षा मंत्रालय का स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग हर साल 5 सितम्बवर को शिक्षक दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय स्तर का समारोह आयोजित करता है, जिसमें कठिन, पारदर्शी और ऑनलाइन चयन प्रक्रिया के माध्यम से चुने गए देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार का उद्देश्य देश के कुछ बेहतरीन शिक्षकों के अद्वितीय योगदान की सराहना करना और उन शिक्षकों को सम्मानित करना है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता और मेहनत से न केवल स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध बनाया है। इस वर्ष 50 शिक्षकों का चयन तीन चरणों वाली चयन प्रक्रिया के माध्यम से किया गया है।, अर्थात जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर। पुरस्कार 5 सितम्बार 2024 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया जाएगा।




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