स्वास्थ्य प्रशिक्षक नियुक्ति, सेवा शर्त नियमावली तैयार, मूल काम छोड़कर नहीं कर पाएंगे बाबूगिरी... हेमंत सरकार ने तय किया उनका काम..

रांची । स्वास्थ्य विभाग के अधीन कार्यरत स्वास्थ्य प्रशिक्षक अब बाबूगिरी नहीं कर पाएंगे। ना तो वे स्वास्थ्य विभाग और न ही सिविल सर्जन कार्यालय में सहायक या लिपिक का काम करेंगे। अब उन्हें फील्ड में जाना होगा जहां वे स्वास्थ्य योजनाओं के प्रचार-प्रसार से लेकर लोगों को स्वास्थ्य के लिए जागरूक करेंगे। स्वास्थ्य से जुड़े आंकड़ों का संग्रह करके उनका विश्लेषण करने का काम इनका होगा। राज्य गठन के बाद पहली बार झारखंड में स्वास्थ्य प्रशिक्षकों की नियुक्ति एवं सेवा शर्त नियमावली गठित हुई है जिसमें यह प्रावधान किया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने नियमावली को अधिसूचित कर दिया गया है।

संयुक्त बिहार में ही हुई थी नियुक्ति

स्वास्थ्य प्रशिक्षकों की नियुक्ति संयुक्त बिहार में ही बीपीएससी के माध्यम से हुई थी। राज्य गठन के बाद यहां इनकी नियुक्ति एवं सेवा शर्त नियमावली ही नहीं बनी। जिससे इनकी कार्यों का निर्धारण न हो सका और न ही इस पद पर नई नियुक्ति हुई। वर्तमान में स्वास्थ्य प्रशिक्षक स्वास्थ्य विभाग, स्वास्थ्य निदेशालय के अलावा जिलों में सिविल सर्जन कार्यालय में सहायक लिपिक का कार्य कर रहे हैं। कुछ स्वास्थ्य प्रशिक्षक तो मुख्यालय में ही जमे रहने के प्रयास में मूल काम नहीं कर लिपिक का काम कर रहे हैं। अब इन्हें निर्धारित कार्य करने होंगे।

प्रोन्नति का रास्ता हुआ साफ

नियमावली बनने से स्वास्थ्य प्रशिक्षक के नए पदों पर नियुक्ति के साथ-साथ पूर्व से कार्यरत स्वास्थ्य प्रशिक्षकों की प्रोन्नति का भी रास्ता साफ हुआ है। स्वास्थ्य प्रशिक्षकों की प्रोन्नति वरीय स्वास्थ्य प्रशिक्षक के पद पर होगी। इसी तरह वरीय स्वास्थ्य प्रशिक्षक प्रोन्नति के बाद स्वास्थ्य प्रशिक्षक पर्यवेक्षक बन सकेंगे। साथ ही स्वास्थ्य प्रशिक्षक पर्यवेक्षक वरीय स्वास्थ्य प्रशिक्षक पर्यवेक्षक बन सकेंगे।

जेएसएससी से होगी नियुक्ति

स्वास्थ्य प्रशिक्षकों की नियुक्ति अब झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की स्नातक संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से होगी। नियुक्ति के लिए आवश्यक योग्यता स्नातक निर्धारित की गई हैं।अनारक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों को झारखंड के शैक्षणिक संस्थानों से मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा।

स्वास्थ्य प्रशिक्षकों को करने होंगे ये काम

स्वास्थ्य से संबंधित डेटा का संग्रहण, विश्लेषण कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर स्वास्थ्य शिक्षा का विस्तारीकरण

स्वास्थ्य गतिविधियों का संचालन व भमण कार्यक्रम

एक माह में 15 दिनों का क्षेत्र भ्रमण तथा कम से कम एक रात का विश्राम क्षेत्र में

किशोर किशोरियों के स्वास्थ्य शिक्षा के लिए सत्र बुलाना

प्रचार प्रसार की मासिक रिपोर्ट तैयार करना

स्वास्थ्य के लिए उचित व्यवहार को लेकर जागरूकता लाने का काम करना

मूल काम छोड़ मलाईदार जगह पर काम करने में ज्यादा रुचि

नियुक्ति वर्ष से ही काम का आकलन किया जाय तो प्रायः ये देखा जाता है की क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी काम के लिए नियुक्त स्वास्थ्य प्रशिक्षक अपने मूल काम छोड़कर कार्यालय में कार्य करते नजर आते हैं। जबकि कई बार सचिव स्तर कार्यालय से हटाने का निर्देश जारी होता रहा है। बाबजूद इसके कार्यालय प्रधान निर्देश अनुपालन नहीं कर पाते थे। कुछ दिन पूर्व ही स्वास्थ्य निदेशालय में एक स्वास्थ्य प्रशिक्षक को ACB ने घुस लेनेवक आरोप में रंगे हाथ पकड़ा था। उसके बाद निदेशालय में जमे सभी स्वास्थ्य प्रशिक्षक को हटाने का आदेश सचिव स्तर से जारी किया था। बाबजूद इसके महज खानापूर्ति कि गई। फिलहाल स्वास्थ्य निदेशालय और सचिवालय में सभी कार्य का संपादन स्वास्थ्य प्रशिक्षक कर रहे हैं।

HPBL Desk
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