Health Tips: गरमी में हो सकता है किडनी फेल, यूरीन इंसफेक्शन का भी खतरा, गरमी तक ये काम जरूर करें, भूलकर भी ना करें ये गलतियां..

Kidney problem in summer: देश में इन दिनों झुलसाने वाली गरमी पड़ रही है। बिहार, झारखंड में भीषण गरमी का प्रकोप है। राजस्थान में तो मौत का सिलसिला शुरू हो गया है। 10 से ज्यादा लोगों की जान गरमी में जा चुकी है। इस गर्मी से लोगों की किडनी का हाल काफी ज्यादा बुरा हो रहा है। खासकर गरीब तपके के लोग जो मजदूरी कर रहे हैं वह डिहाइड्रेशन का शिकार हो रहे हैं। इस बीमारी में ज्यादातर मजदूर लोग हैं जो इस भीषण गर्मी के बीच सारा दिन सड़क पर काम करते हैं और अपना पेट पालते हैं।

हाल ही में हुए रिसर्च में खुलासा किया गया है कि गर्मी के दिनों में किडनी में पथरी होने का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. इसलिए कुछ खास सावधानियों का पालन करना है जरूरी। लापरवाही करने से यूटीआई इंफेक्शन के साथ अन्य किडनी डिजीज होने का रिस्क रहता है. अगर डायबिटीज या फिर हाई बीपी की समस्या है तो किडनी की सेहत पर और अधिक ध्यान देना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि इन लोगों को किडनी डिजीज होने का रिस्क अन्य लोगों की तुलना में अधिक होता है.

डिहाइड्रेसन का शिकार

किडनी में एक बार प्रॉब्लम शुरू हो जाए तो यह बार-बार दिक्कत पैदा करती है. यह हमारे शरीर का बेहद अहम हिस्सा है. जो पूरे शरीर की गंदगी को साफ करता है. जून-जुलाई का महीना हमारी किडनी के हिसाब से ठीक नहीं होता है. शरीर में पानी की कमी होने के कारण किडनी में धीरे-धीरे पथरी जमने लगती है. कई लोगों में गरमी की वजह से किडनी फेल की भी समस्य़ा आने लगी है।

यूरिनरी ट्रेक इंफेक्शन

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बीते दो महीनों में पथरी के मरीजों की संख्या में काफी बढ़ी है. यूरिनरी ट्रेक इंफेक्शन और किडनी फेलियर के मरीज की संख्या बढ़े हैं. बढ़ते हुए टेंपरेचर के कारण बुजुर्ग में प्रोस्टेट कैंसर की संख्या भी बढ़ी है. इसलिए डॉक्टर ने खूब पानी पीने की सलाह दी है. बीते दो महीनों से पथरी के मरीजों की संख्या तीस फीसदी बढ़ी है.

किडनी से होने वाली परेशानियां

तापमान बढ़ने के कारण शरीर से काफी ज्यादा पसीना निकलता है. हमारे शरीर से काफी ज्यादा पसीना निकलने लगता है. शरीर में 60 फिसदी पानी होता है. जब कोशिका में 30 फीसदी पानी कम होने लगते हैं तो डिहाइड्रेशन कि शिकायत हो जाती है.

टॉयलेट में इंफेक्शन

गर्मी के कारण टॉयलेट में इंफेक्शन होने लगता है जिसमें ऑक्सजलेट, फॉस्फेट, यूरेट, यूरिक एसिड और अमीनो एसिड के छोटे-छोटे कण किडनी में जमा होने लगते हैं. पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को यूरीनरी इंफेक्शन का खतरा ज्यादा रहता है.

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पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए

दिन में कम से आठ ग्लास. ऐसा न करने से यूरिन इंफेक्शन होने का रिस्क रहता है. कम पानी पीने से यूरिन भी कम ही आता है. इससे खतरनाक बैक्टीरिया बाहर नहीं निकल पाते हैं.

कैफीन कम लें

इस मौसम में कैफीन का सेवन न करें. कैफीन शरीर को डिहाइड्रेट कर सकता है. ऐसे में इसके सेवन से बचें. इसके अलावा यह भी जरूरी है कि डाइट का ध्यान रखें. भोजन में ऐसे फल शामिल करें जिनमें पानी होता है, जैसे खरबूजा और तरबूज. इसके साथ ही सलाह में डाइट में लें और सुबह सलाह का सेवन करें.डाइट में ज्यादा नमक भी किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है. ऐसे में कोशिश करें की नमक का सेवन कम से कम करें.

किडनी स्टोन के खतरे से ऐसे बचें

इस मौसम में किडनी स्टोन होने का रिस्क भी रहता है. ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादा गर्मी की वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती है. पानी की कमी से यूरिन के माध्यम से गंदगी बाहर नहीं निकल पाती है. ये किडनी में काफी महीने कण के रूप में डेवलप होती रहती है. धीरे धीरे पथरी की समस्या बन जाती है. ऐसे में शरीर को हाइड्रेट रखें

ये गलतियां न करें

प्रोसेस्ड फूड का सेवन

देर से सोना

ज्यादा नमक खाना

स्मोकिंग

एक्सरसाइज न करना

यूरिन के रंग में बदलाव को लेकर लापरवाही

मोटापे को कंट्रोल में रखें

HPBL Desk
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