आपने कब से नहीं खरीदा है लहसुन? पता है कितना चल रहा है अभी दाम, सुनकर पसीने छूट जायेंगे

दिल्ली। बीते महीनों में जहां टमाटर की कीमतें (Tomato Price) सुर्खियों में रहीं, तो इसके नरम होते ही प्याज (Onion Price) ने लोगों के आंसू निकालना शुरू कर दिया. अभी प्याज की कीमतों पर राहत भी नहीं मिली और लहसुन के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते महीनेभर में ही Garlic Price दोगुने हो गए। मौसम की मार के चलते लहसुन की फसल खराब हुई है। इसका असर लहसुन के उत्पादन पर पड़ा है। इस खराब फसल की वजह से आपूर्ति में गिरावट आई है।

महाराष्ट्र में अब मुंबई के थोक व्यापारी गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान से लहसुन खरीद रहे हैं। इससे रसद लागत और बाकी स्थानीय शुल्क बढ़ गए हैं। इसका असर लहसुन की कीमतों पर पड़ा है। लहसुन की कीमतों में बेतहाशा इजाफा हुआ है।पिछले महीने एपीएमसी थोक यार्ड में 100-150 प्रति किलोग्राम के पिछले टैरिफ से 150-250 प्रति किलोग्राम पर बेचा जाता है। इस बदलाव ने खुदरा कीमत को अब 300 से 400 प्रति किलोग्राम तक पहुंचा दिया है।

जानकारों की मानें तो मानसून के दौरान अपर्याप्त वर्षा और बाद में बेमौसम बारिश की वजह से लहसुन का उत्पादन कम हुआ है। बताया कि इसके चलते उन्हें गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश से आपूर्ति पर निर्भर रहना पड़ रहा है। इससे भी लहसुन की कीमतें बढ़ रही हैं।Garlic के प्रमुख उत्पादक राज्यों जैसे नासिक और पुणे में खराब मौसम के चलते फसल बर्बाद होने से इसकी सप्लाई में महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में कमी आई है. इसके अलावा अन्य स्थानों पर भी सप्लाई का असर पड़ा है।

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व्यापारी अब दूसरे राज्यों से इसे मंगा रहे है और इसके लिए अधिक लॉजिस्टिक कॉस्ट और अन्य शुल्क चुका रहे हैं। लहसुन की कीमतों में हुई बढ़ोतरी के पीछे ये अहम कारण हैं. कारोबारियों की मानें तो नई फसल बाजार में देरी से आ सकती है और इसके आने तक कीमतों में उबाल जारी रह सकता है।

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