IAS मनीष रंजन और मंत्री आलमगीर आलम का होगा आमना सामना, ED की प्लानिंग तैयार, मंत्री-अफसर दोनों की बढ़ेगी मुश्किलें
रांची। आज अगर IAS मनीष रंजन पूछताछ के लिए हाजिर हुए, तो मुश्किलें मंत्री आलमगीर की भी बढ़ेगी और आईएएस मनीष रंजन की भी। ईडी ने दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की तैयारी में है। इससे पहले सोमवार को मंत्री आलमगीर आलम की तीन दिन की रिमांड ईडी ने ली थी। कोशिश यही है कि आईएएस मनीष रंजन आज पेश हों। पेश होने की सूरत में पहले आईएएस से अकेले में अधिकारी पूछताछ करेंगे और फिर मंत्री के सामने बैठकर डायरी से जुड़े सवालों पर पूछताछ होगी। हालांकि इस मुश्किल परिस्थिति का अहसास मनीष रंजन को भी है, लिहाजा वो आज भी पेश होंगे या नहीं, इसे लेकर सस्पेंस बना हुआ है।
मंत्री आलमगीर व सचिव मनीष रंजन को आमने-सामने बैठाने के उद्देश्य से ही ईडी ने कोर्ट से मंत्री की रिमांड अवधि को बढ़ाने का आग्रह किया था। ईडी ने कोर्ट में जानकारी दी है कि जांच में मंत्री आलमगीर आलम से जुड़े प्रभावशाली व्यक्तियों की भूमिका सामने आई है।
ईडी ने रांची स्थित पीएमएलए कोर्ट में दिए मंत्री आलमगीर आलम के रिमांड आवेदन में इसका जिक्र भी किया है। एजेंसी ने कोर्ट को बताया है कि आईएएस मनीष रंजन ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व सचिव रहे हैं।उन्हें 24 मई के लिए समन हुआ था, लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए। इसलिए उन्हें दूसरा समन 28 मई के लिए किया गया है। ईडी यह चाहती है कि जांच में आए तथ्यों का मंत्री आलमगीर आलम व आईएएस मनीष रंजन के सामने सत्यापन करवाया जाय।