Indian Army wife story :कलयुगी पत्नियों के बीच सीता बनी शहीद आर्मी ऑफिसर की पत्नी, कहानी जानकर नहीं रूकेंगे आंखों से आंसू

Indian Army wife story :कलयुगी पत्नियों के बीच सीता बनी शहीद आर्मी ऑफिसर की पत्नी, कहानी जानकर नहीं रूकेंगे आंखों से आंसू
Indian Army wife story :

Indian Army wife story : भारतीय आर्मी (Indian Army) में कईं लोग होते है अपना घर-परिवार छोड़कर देश कि रक्षा में लग जाते है। इसके लिए वह अपने बच्चों और पत्नी को भी छोड़ देते है। ऐसे में एक जांबाज इंडियन आर्मी (Indian Army) ऑफिसर की कहानी है जो शहीद के बाद उनकी पत्नी ने बड़ा नाम किया और एक अलग ही मिसाल पेश की है। आइए जानते है उनके बारे में।

Indian Army wife story :Indian Army में ऑफिसर सोमेश की पत्नी ने पेश की मिसाल

हम बात कर रहे हैं इंडिया आर्मी (Indian Army) के शहीद कैप्टेन सोमेश श्रीवास्तव की जिन्होंने अपनी जान एक एक्सीडेंट में खो दी थी। वहीं दूसरी ओर उनकी पत्नी रिया नेहरा ने खुद कको संभाला और जो करके दिखाया वो किसी लिए कर पाना मुश्किल रहता।

बता दें रिया और सोमेश की लव मैरिज हुई थी। दोनों का सही चल रहा था लेकिन जैसे ही सोमेश के शहीद होने कि घटना सामने आई रिया पूरी तरीके से टूट गई थी। लेकिन फिर उन्होंने संभाला था।

Indian Army wife story :सोमेश की पत्नी रिया ने ज्वाइन की इंडियन आर्मी

इसके बाद रिया ने इंडियन आर्मी (Indian Army) से जुड़ने का मन बना लिया था। लेकिन उनके माता-पिता ने इससे इंकार कर दिया था। फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और मार्च 2002 में वह चेन्नई में इंडिया आर्मी (Indian Army) ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में शामिल हो गईं। सितंबर में स्नातक होने के बाद, रिया ने अपने पति के सितारों को अपने कंधों पर गर्व से लगाया।

उन्हें दिल्ली में आयुध निगम में भेजा गया था। एक शॉर्ट सर्विस ऑफिसर के रूप में, वह 2007 में अपनी ड्यूटी पूरी करने के बावजूद एक और साल तक रहीं और अक्टूबर 2008 में एक कैप्टन के रूप में सेवानिवृत्त हुईं।

Indian Army wife story :

Indian Army wife story :सेवानिवृत्ति के बाद संभाल रही बिजनेस

अब रिटायरमेंट के बाद रिया इंडिया आर्मी (Indian Army) से हटकर अपना खुद का बिजनेस करने का काम कर रही है। साथ ही वह अपनी बेटी के साथ अपनी जिंदगी एन्जॉय कर रही है। वहीं, रिया ने बताया कि एक अल्प सेवा अधिकारी होने के नाते मैंने 2007 में अपनी अनिवार्य सेवा अवधि पूरी कर ली।

उसके बाद मैंने एक और वर्ष के लिए सेवा विस्तार लिया और अंततः अक्टूबर 2008 में अपनी वर्दी त्याग दी। यह मेरे लिए बहुत ही भावुक क्षण था क्योंकि मुझे फिर से अपना करियर बनाने का अवसर मिला।

Indian Army wife story :

RTO New Rules 2025: अब गाड़ी होगा सीज, लाइसेंस होगा रद्द, 5 साल के लिए होगी जेल…आईए जानते हैं नए नियम…

Related Articles