होली की ड्यूटी के दौरान इंस्पेक्टर की गयी जान, पुलिस विभाग ने होली मिलन कार्यक्रम किया रद्द, विभाग में शोक की लहर
Inspector died during Holi duty, Police department cancelled Holi milan program, wave of mourning in the department

Police Insepector Death: होली की ड्यूटी में तैनात पुलिस इंस्पेक्टर की जान चली गयी। ड्यूटी के दौरान ही उन्हें सीने में दर्द उठा और फिर उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मामला इंदौर में होली की ड्यूटी पर तैनात थाना प्रभारी संजय पाठक की मौत हो गई। उन्हें सीने में दर्द की शिकायत के बाद बॉम्बे हॉस्पिटल लाया गया था।
मिली जानकारी के मुताबिक बॉम्बे हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। पाठक की ड्यूटी बेटमा में लगाई गई थी। वे आईजी ऑफिस में पदस्थ थे। वे मूल रूप से भोपाल के रहने वाले थे। सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी अस्पताल पहुंचे।
संजय पाठक 1988 बैच के अफसर थे। उनके पिता भेल संयंत्र में रहे हैं। वे इंदौर में साउथ तुकोगंज में रहते थे परिवार में दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी सुरभि पाठक नेशनल शूटर है। वह इंडियन टीम में भी रह चुकी हैं। पत्नी हाउस वाइफ है। संजय पाठक जूडो कराटे में ब्लैक बेल्ट रह चुके हैं। उनकी बहादूरी के किस्से भी मशहूर थे। उन्होंने इनकाउंटर में ड्रग तस्कर को भी ढेर कर दिया था।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक होली में उनकी ड्यूटी बेटमा मे लगाई गई थी। ड्यूटी के दौरान उन्हें घबराहट हुई। जिसके बाद वह कुर्सी पर बैठे, इस दौरान वह अचेत से हो गए। तत्काल उन्हें सीपीआर दिया गया। लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी। वहीं बॉम्बे हॉस्पिटल के जीएम राहुल पाराशर ने बताया कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी।
संजय पाठक लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वह अपने पास एक दवाई का बक्सा रखते थे। जिसमें से वह प्रतिदिन सुबह, दोपहर और शाम में कुल मिलाकर 10 से 12 गोलियां खाते थे। गोलियों में हाई ब्लड प्रेशर, सिर दर्द, बुखार, विटामिन, गेस्ट्रिक और कोलेस्ट्रॉल की गोलियां हमेशा उनके पास रखी रहती थी। इनमें से कुछ दवाएं नियमित और कुछ जरूरत पड़ने पर खाते थे।