क्या हेमंत को जेल में है खतरा ? कल्पना सोरेन के इस पोस्ट से लग रही है अटकलें, लिखा…हेमंत सोरेन के पक्ष में खड़े नहीं हुए तो भाजपा झारखंड को मणिपुर बना देगी

रांची। क्या जेल में हेमंत सोरेन को खतरा है? क्या जेल में उनके खिलाफ कोई साजिश भी हो सकती है? ये सवाल इसलिए उठा है, क्योंकि कल्पना सोरेन ने सोशल मीडिया में एक पोस्ट किया है। कल्पना सोरेन ने फादर स्टेन स्वामी को आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता बताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा है कि पुलिस हिरासत में उनकी मौत भारत के लोकतंत्र और मानवाधिकार पर काला धब्बा है। सबसे कमजोर वर्ग के लिए आवाज उठाने वाले फादर स्टेन को संस्थागत उपेक्षा और अन्याय से चुप कराया गया, आज उसी तरह का जुल्म हेमन्त सोरेन पर हो रहा है।

सोशल मीडिया फेसबुक पर कल्पना ने लिखा है कि इस चुनाव झारखण्ड ने 84 वर्षीय जेसुइट पादरी और आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता फादर स्टैन स्वामी की हिरासत में हुई अनुचित मौत जो की भारत की लोकतंत्र और मानवाधिकारों की स्थिति पर एक काला धब्बा है - उसका बदला लेने की शुरुआत की है। दशकों से आदिवासी समुदायों के अधिकारों के लिए वकालत एवं लड़ाई लड़ने वाले फादर स्टेन के उच्च आयु और पार्किंसंस रोग के बावजूद, उन्हें भाजपा सरकार द्वारा लगाए गए झूठे आतंकवाद के आरोपों पर जमानत और समुचित चिकित्सा उपचार से वंचित रखा गया। पानी पीने के लिए 25 पैसे का स्ट्रॉ नहीं दिया गया।

कल्पना सोरेन ने आगे लिखा है कि जेल की स्थितियों से बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण, फादर स्टैन की दुर्भाग्यपूर्ण मौत 5 जुलाई, 2021 को हिरासत में हो गई। उनकी मौत आतंकवाद के बहाने से विपक्ष एवं आदिवासियों को दबाने और मानवाधिकार कार्य को अपराधीकरण करने की भाजपा की नीति का उदाहरण है। जैसे सबसे कमजोर वर्ग के लिए आवाज उठाने वाले फादर स्टेन को संस्थागत उपेक्षा और अन्याय से चुप कराया गया, आज उसी तरह का जुल्म हेमन्त सोरेन पर हो रहा है । आज ज़रूरत है हर एक झारखंडी को हेमन्त सोरेन के पक्ष में मज़बूती के साथ खड़ा होने की वरना ये झारखंड को मणिपुर बनाने से बाज़ नहीं आएँगे।

HPBL Desk
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