जवान की मौत : चोर गैंग के साथ मुठभेड़ में सर पर लगी थी गोलियां, मुख्यमंत्री ने 1 करोड़ की आर्थिक सहायत, अनुकंपा नियुक्ति व मकान देने का किया ऐलान

जयपुर। बाइक गैंग के साथ हुए मुठभेड़ में एक जवान की मौत हो गया। जब जवान का पार्थिव गांव पहुंचा, तो पूरा गांव रो पड़ा। जवान का नाम प्रह्लाद सिंह है। जो राजस्थान के ही सीकर के चीपलाटा गांव के रहने वाले थे। शव पहुंचने तक पति की मौत की जानकारी जवान की पत्नी को नहीं दी गयी थी, जैसे ही शहीद का शव घर पहुंचा, पत्नी दहाड़ मारकर रो पड़ी। वो रोते-रोते बेहोश हो रही थी।

जवान के 5 साल के बेटे चिराग ने पिता को मुखाग्नि दी। पत्नी रीना कंवर का काफी बुरा हाल है। प्रहलाद दौसा के सदर थाने में कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात थे और पुलिस की जिला स्पेशल टीम (DST) का हिस्सा थे। 10 जुलाई 1989 को जन्मे प्रहलाद 2008 में पुलिस में भर्ती हुए थे। 12 मई 2021 से दौसा में डीएसटी में थे।
दौसा में सिकंदरा थाना इलाके के रेटा गांव में बुधवार (23 अगस्त) सुबह 8.45 बजे 2 बाइक चोरों से पुलिस की जिला स्पेशल टीम (DST) की मुठभेड़ हुई थी। इस दौरान एक बदमाश ने प्रहलाद के सिर में गोली मार दी थी। घायल प्रहलाद को फाइनेंस कंपनी की जीप में दौसा हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद बुधवार दोपहर एसएमएस हॉस्पिटल रेफर किया गया था। जहां सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया था।

सीएम अशोक गहलोत ने मृतक कॉन्स्टेबल के परिवार को 1 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। इसके साथ ही परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति, एक आवास और कृषि कनेक्शन दिए जाने का भी ऐलान किया गया।ग्रामीणों ने प्रहलाद को शहीद का दर्जा देने की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर सरकार प्रहलाद को शहीद का दर्जा नहीं देगी तो थोई रोड (सीकर-नीमकाथाना) को जाम करेंगे।

प्रहलाद सिंह के घर में पिता मालूराम, मां भंवर कंवर, पत्नी रीना, एक बेटा और एक बेटी हैं। एक महीने पहले ही वे छुट्‌टी लेकर गांव पहुंचे थे और परिवार के साथ अच्छा वक्त बिताया था। इस मौके पर उन्होंने परिवार के सदस्यों के साथ तस्वीरें खिंचवाई थीं।

HPBL Desk
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