झारखंड: 372 स्कूलों में एक भी बच्चे नहीं, 1153 शिक्षक हैं पदस्थ, विपक्ष का आरोप, जवाब में शिक्षा मंत्री छात्रों के लिए दी ये बड़ी खुशखबरी..
Jharkhand: There is not a single child in 372 schools, 1153 teachers are posted, opposition alleges, in response the education minister gave this great news for the students..

Jharkhand School News : झारखंड में जल्द ही शिक्षकों की भर्ती होगी। शिक्षा विभाग के बजट में इस बार कई बड़े प्रस्ताव स्कूल और छात्रों को लेकर रखे गये हैं। शिक्षा मंत्री ने अपने बजट भाषण के दौरान भी झारखंड में शिक्षक और स्कूल के बारे में कई बड़ी घोषणाएं की। शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि सरकार झारखंड के विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क कोचिंग संस्थान खोलेगी।
उस कोचिंग संस्थानों में परीक्षार्थी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर सकेंगे। ये पूरी तरह से आवासीय होगा, जहां रहने-खानेकी व्यवस्था होगी। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग का इस बार छह करोड़ 63 लाख 89 हजार का बजट है। रामदास सोरेन ने कहा कि पूर्व की सरकार आदिवासी, मूलवासी, पिछड़ा और अल्पसंख्यक को शिक्षा से वंचित रखना चाहती थी।
इस कारण सात हजार से अधिक स्कूल बंद करवाया. हमारी सरकार आदिवासी, मूलवासी, पिछड़ को पढ़ने के लिए विदेश भेज रही है। सरकार गोड्डा, चाईबासा और बोकारो में नवोदय विद्यालय की तर्ज पर स्कूल खोलेगी। 10 विद्यार्थी पर क्षेत्रीय और जनजातीय भाषा के शिक्षक बहाल किये जाएंगे। सरकार जमशेदपुर में जनजातीय विश्वविद्यालय खोलेगी. शिक्षक, छात्र की उपस्थिति पर नजर रखने के लिए सरकार ने टैब का वितरण किया है.
विपक्ष का आरोप
वहीं पूर्व मंत्री नीरा यादव ने आरोप लगाया कि कहा कि राज्य में शिक्षा की स्थिति बद से बदतर हो गयी है। यू डायस की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में 7462 स्कूल में एक‐एक शिक्षक हैं। इसमें करीब 3.78 लाख बच्चे पढ़ते हैं। करीब 372 स्कूल में एक भी बच्चे नहीं हैं। यहां 1153 शिक्षक पदस्थापित हैं। ऐसे स्कूलों को ही एनडीए की सरकार में विलय किया गया था। 2019 के बाद राज्य में एक भी शिक्षक की बहाली नहीं हुई है। बच्चों का ड्रॉप आउट रेट भी बढ़ गया है।