झारखंड, बिहार और बंगाल के कुछ हिस्सों को मिलाकर ‘बांग्लास्तान’ बनाने की साजिश, बाबूलाल मरांडी ने किया आगाह, कहा झारखंडवासी चौकन्ना रहें…

रांची। झारखंड में डेमोग्राफी चेंज को लेकर चल रहे विवाद के बीच एक बडी अपडेट आयी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया है कि झारखंड, बंगाल और बिहारके कुछ हिस्सों को मिलाकर , ‘बांग्लास्तान ‘ बनाने की साजिश रची जा रही है। बाबूलाल मरांडी ने इसे लेकर खुफिया इनपुट का हवाला दिया है।

इस गंभीर आरोप के बाद झारखंड में राजनीति गरमा गयी है। बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट कर लिखा है कि खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, झारखंड के बड़े हिस्से (संथाल बहुल इलाके), पश्चिम बंगाल, अधिकांश उत्तर पूर्वी राज्य, बिहार का किशनगंज जिला, नेपाल और म्यांमार के कुछ हिस्से को मिलाकर ‘बांग्लास्तान’ नामक देश बनाने की साजिश रची जा रही है।

5 अगस्त को शेख हसीना सरकार की तख्तापलट कर दिया गया है. उसके बाद कट्टरपंथी गजवातुल-हिंद (गैर मुसलमानों के खिलाफ युद्ध) और इस्लामिक बांग्लादेश के मकसद को पूरा करने के फिराक में है।

बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, झारखंड के बड़े हिस्से(संथाल बहुल इलाके), बिहार का किशनगंज जिला, पश्चिम बंगाल, अधिकांश उत्तर पूर्वी राज्य, नेपाल और म्यांमार के कुछ हिस्से को मिलाकर ‘बांग्लास्तान’ नामक देश बनाने की साजिश चल रही है।

5 अगस्त को शेख हसीना सरकार की तख्तापलट के बाद कट्टरपंथी गज़वातुल-हिंद ( गैर मुसलमानों के खिलाफ युद्ध) और इस्लामिक बांग्लादेश के मकसद को पूरा करने की जुगत में लगे हैं। बांग्लादेश में उत्पन्न हालात और कट्टरपंथियों का खतरनाक मंसूबा पूरे देश के साथ-साथ झारखंड के लिए भी अत्यंत संवेदनशील है।

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झारखंड में जिस प्रकार अचानक से बांग्लादेशी मुसलमानों की आबादी बढ़ी है, उससे ऐसा लगता है कि कांग्रेस और झामुमो भी कट्टरपंथियों के मकसद को पूरा करने में लगे हुए हैं।

राजनीतिक स्वार्थ के लिए देश और समाज का विभाजन करने वाली कांग्रेस-झामुमो जैसी पार्टियां सत्ता के लिए हमेशा विदेशी ताकतों के साथ ही खड़ी नजर आई हैं। इसलिए इस कठिन घड़ी में आदिवासी समाज के साथ-साथ साढ़े तीन करोड़ झारखंडवासियों को भी चौकन्ना रहने की आवश्यकता है।

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