राहुल गांधी पर बाबूलाल मरांडी का बड़ा हमला, बोले, राहुल गांधी ने अपने स्कूल में देखा कि देश में कांग्रेस पार्टी की….और किताबों में…
रांची। रांची पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने तीखा हमला किया है। बाबूलाल मरांडी ने राहुल गांधी के रांची में दिये संबोधन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने सही कहा कि आदिवासी समाज का इतिहास और उनकी संस्कृति को कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार ने दशकों तक नज़रअंदाज़ किया।
आदिवासियों के संघर्ष, उनकी राजनीति और उनकी सामाजिक स्थिति को कभी प्रमुखता से स्थान नहीं दिया गया। राहुल गांधी ने अपने स्कूल में देखा कि देश में कांग्रेस पार्टी की सरकार है और किताबों में आदिवासियों पर एक पूरा अध्याय भी नहीं था—बस कुछ आधे-अधूरे उल्लेख जो उनके संघर्षों और इतिहास को सही ढंग से सामने नहीं रख सके।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यह कांग्रेस के शासन में हुआ अन्याय था, जहां आदिवासी समाज की महान गाथाओं को हाशिए पर रखा गया। लेकिन अब वक्त बदल चुका है। मैं राहुल गांधी से आग्रह करता हूँ कि वे आज के दौर की किताबें देखें, जब देश एक ऐसे नेता के नेतृत्व में है जो हर समुदाय और समाज को समान रूप से सम्मान देता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने यह सुनिश्चित किया है कि आदिवासियों को उनका हक मिले और वे देश की विकास यात्रा का अभिन्न हिस्सा बनें। द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद पर आसीन करके आदिवासी समाज को उनकी वास्तविक पहचान और गौरव दिलाया गया है।
इसके साथ ही, आदिवासी बच्चों के लिए एकलव्य मॉडल स्कूल खोले जा रहे हैं, जहाँ वे अपनी संस्कृति, सभ्यता और इतिहास का गहन अध्ययन करेंगे। सबसे दुखद बात यह है कि कांग्रेस शासन के दौरान भगवान बिरसा मुंडा जैसे महान आदिवासी नेता को भी नज़रअंदाज़ किया गया।
भगवान बिरसा मुंडा, जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर आदिवासी समाज और भारत की आजादी के लिए संघर्ष किया, उनकी कोई समुचित स्मृति या सम्मान कभी कांग्रेस शासन में नहीं हुआ। आज़ादी के बाद के दशकों में, कोई भी कांग्रेस नेता या प्रधानमंत्री उनके गांव तक नहीं गया, उनके बलिदान को याद नहीं किया गया।
बाबूलाल मरांडी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अन्याय को समाप्त किया। वे पहले प्रधानमंत्री बने जिन्होंने भगवान बिरसा मुंडा के गांव का दौरा किया और उनका उचित सम्मान किया।
इसके साथ ही, वर्ष 2025 को भगवान बिरसा मुंडा की विरासत और उनके स्वतंत्रता संग्राम के लिए समर्पित करने का निर्णय लिया गया है, जिससे उनका बलिदान और संघर्ष देश के हर नागरिक तक पहुँच सके।
प्रधानमंत्री ने यह साबित किया है कि हम उस इतिहास को कभी नहीं दोहराएँगे जिसे कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार ने रचा था। अब आदिवासी समाज इस देश की प्रगति का अभिन्न हिस्सा है और उनके गौरवशाली इतिहास को हमेशा के लिए सुरक्षित और सम्मानित किया जा रहा है।