झारखंड: दिवाली-छठ में मुझे दो बार अपने घर ले जाकर शारीरिक संबंध बनाया, बालिका गृह यौन शोषण कांड में रोंगटे खड़े करने वाले खुलासे

Jharkhand: During Diwali-Chhath, he took me to his house twice and had physical relations, shocking revelations in the girls' home sexual abuse case.

Palamu sexual harassment case: बालिका गृह में यौन शोषण मामला उजागर होने के बाद प्रशासन सकते में है। आनन फानन में बालिका गृह के सुपरटेंडेंट और काउंसर को गिरफ्तार कर जेल तो भेज दिया गया है, लेकिन इस मामले में अभी भी कई कड़ियां है, जिस पर जल्द पर्दा उठ सकता है। पलामू के मेदिनीनगर की इस घटना ने प्रशासन को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है।

 

खुद कई लड़कियों ने शिकायत की है कि, उनसे अवांक्षित डिमांड किया जाता था। मानवाधिकार संगठन की टीम पलामू अध्यक्ष संध्या सिंह के निरीक्षण के दौरान जो शिकायतें आयी थी, वो काफी चौकाने वाली थी। बालिका गृह का संचालन समाज कल्याण विभाग की ओर से किया जाता है। तीन वर्षों से विकास इंटरनेशनल नाम का एनजीओ इसकी देखरेख कर रहा है।

 

टीम को बताया कि राम प्रताप गुप्ता बालिका गृह के पास ही बैंक कॉलोनी में रहता है। दिवाली और छठ के बीच गुप्ता उसे दो बार अपने घर पर ले गया। वहां उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया। कुछ अन्य बच्चियों ने भी संचालक पर इसी तरह का आरोप लगाया। इसके बाद मामले की जांच शुरू हुई।

 

मानवाधिकार संगठन की शिकायत पर जब पुलिस पहुंची, तो लड़कियों ने अपने दर्द बयां किये। पुलिस को पूछताछ में बच्चियों ने बताया गया कि बालिका गृह से निकलने की बात पर उनके सामने अधिकारियों को खुश करने की शर्त रखी जाती थी।बच्चियों पर दबाव डाला जाता था कि पहले खुश करो, फिर बाहर जाओ।

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पुलिस की जांच में पता चला है कि बालिका गृह की महिला काउंसलर ने कुछ बच्चियों की तस्वीर भी किसी को भेजी थी। हालांकि इस बारे में अभी डिटेल नहीं आ पायी है। इस मामले में शिकायत के बाद महिला थाना में पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज करते हुए सुपरिटेंडेंट राम प्रताप गुप्ता और महिला काउंसलर प्रियंका कुमारी (26) को ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया है।

 

बालिका गृह को खाली करा सील कर दिया गया। सभी बच्चियों को जेलहाता स्थित सखी वन स्टॉप सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है। इस बालिका गृह में 28 लड़कियां रहती हैं। इनमें कुछ लड़कियां 18 वर्ष की उम्र पार कर गई है। बालिका गृह के सुपरटेंडेंट (संचालक) 72 वर्षीय रामप्रताप गुप्ता पर शोषण करने का आरोप लगाया है। बच्चियां उन्हें दादा कहकर बुलाती हैं।

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