मंत्री जी… हम संविदाकर्मी सड़क पर आ जायेंगे,हमारे परिवार बच्चे को देखने वाला कोई नहीं…अनुबंधकर्मियों की फरियाद पर मंत्री हफीजुल हसन ने कहा..

दुमका। मंत्री जी… 10 वर्षों से कार्यरत हम कर्मी सड़क पर आ जायेंगे, हमारे बच्चे, मां- बाप, परिवार को देखने वाला कोई नहीं, हमने अल्प मानदेय पर झारखंड की सेवा की है, बड़ी उम्मीद से हम सभी आपके पास आए हैं …. ये किसी किताब की लिखी पंक्ति नहीं बल्कि राज्य भर के नगर विकास विभाग में कार्यरत संविदा कर्मियों का ये दर्द मंत्री हफीजुल हसन के सामने निकला तो उपस्थित लोगों के सामने माहौल बेहद गमगीन हो गया।

कहने को तो झारखंड के युवा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ साथ पूरी कैबिनेट युवा है पर दुर्भाग्य इस बात का है युवा मंत्री और नेतृत्वकर्ता के वावजूद राज्य भर में युवा संविदाकर्मी को रात दिन अपने भविष्य की चिंता सताती रहती है। इस बढ़ती मंहगाई के वावजूद दो जून की रोटी और परिवार के पालन पोषण के लिए संघर्ष करता संविदाकर्मी अपने स्थाईकरण की मांग लेकर दर – दर भटक रहा है। स्थाईकरण की बात तो छोड़िए.. 10 वर्षी से भी ज्यादा समय से कार्य कर रहे संविदा कर्मियों को नौकरी से निकाले जाने का डर हर वक्त बना रहता है।

क्या है मामला

नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री हफीजुल हसन से राज्य के सभी नगर निकाय के संविदा एवं दैनिक कर्मी ने मुलाकात कर अपनी समस्या रखी। राज्य भर के अनुबंध कर्मियों ने स्थाई नियुक्ति हेतु सीधी भर्ती प्रक्रिया करने से पूर्व नगर निकायों में कार्यरत कर्मियों को स्थाई करने काआग्रह किया।

ED हेमंत सोरेन को भेज सकती है दूसरा समन: मुख्यमंत्री ने मांगा था समय, बढ़ सकती है परेशानी, तीसरे समन के बाद कोर्ट जा सकती है ईडी

मंत्री को सुनाई अपनी व्यथा

नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री हफ़िज़ुल हसन से झारखण्ड के सभी नगर निकाय के संविदा / दैनिक कर्मी मिल कर अपनी व्यथा सुनाई एवं अनुरोध किया कि झारखण्ड राज्य में स्थायी नियुक्ति होने से पूर्व नगर निकायों में कार्यरत हम गरीब – असहाय कर्मियों को स्थायी करने की कृपा करें ताकि हम अपने माता – पिता, छोटे – छोटे बच्चों का एवं अपना और अपने पत्नी का भरण – पोषण कर सके! यदि सरकार हम कर्मियों को स्थायी नहीं करती तो सभी कर्मी के बूढ़े माता – पिता, बच्चे रोड पर आ जाएंगे!

कर्मियों ने बताया की मंत्री हफीजुल हसन ने आश्वासन दिया की नौकरी किसी की नहीं जाएगी और स्थायी करने पर विचार करेंगे! खूंटी, बुंडू, गुमला, राजमहल, मानगो, जमशेदपुर, देवघर, दुमका, चाईबासा,रामगढ़, चाकुलिया,चास, धनबाद सहित सभी नगर निकाय के कंप्यूटर ऑपरेटर सहित सभी दैनिक कर्मी उपस्थित थे।

Related Articles

close