झारखंड: न्यू ईयर का जश्न डाक्टरों व मेडिकल स्टाफ को पड़ा महंगाई, सिविल सर्जन पहुंचे इंस्पेक्शन में, कोई मिला तीन दिन से गायब, किसी ने एडवांस में बना लिया अटेंडेंस

Jharkhand: New Year celebrations cost dearly to doctors and medical staff, civil surgeon arrived for inspection, found someone missing for three days, someone made attendance in advance

Jharkhand News: न्यू ईयर के जश्न में डूबना डाक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों को महंगा पड़ गया। सिविल सर्जन के इंस्पेक्टर में कई डाक्टर व पारा मेडिकल स्टाफ गायब मिले, जिसके बाद सिविल सर्जन ने सभी अनुपस्थित कर्मियों की हाजिरी काटने का आदेश दिया। मामला झारखंड के गढ़वा के भवनाथपुर का है, जहां सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया।

 

जांच के दौरान सीएचसी में ड्यूटी से अनुपस्थित आधा दर्जन से अधिक चिकित्सकों तथा कर्मियों की हाजिरी काटी। उनके द्वारा जिनकी हाजिरी काटी गई है, उनमें एलटी कृष्णा चौधरी का तीन दिन, ओटी उपेंद्र राम तीन दिन, डॉ. अनुपमा तीन दिन, नीतीश भारती का तीन दिन, एमपीडब्ल्यू गुप्तेश्वर प्रसाद का तीन दिन, अरुण लकड़ा का तीन दिन की हाजिरी शामिल है। सिविल सर्जन ने उक्त सभी से स्पष्टीकरण की भी मांग की है।

 

 

सिविल सर्जन के इंस्पेक्शन के दौरान कई डाक्टर व कर्मचारी गायब मिले। उन्होंने सीएल रजिस्टर, उपस्थिति पंजी की जांच की साथ ही डाक्टरों व स्टाफ के बारे में जानकारी ली। सिविल सर्जन के इंस्पेक्शन के दौरान कई डाक्टर बिना अनुमति गायब मिले। आयुष चिकित्सक डॉ. अभिनीत विश्वास द्वारा 27 दिसंबर को लिखे सीएल केआवेदन पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. दिनेश सिंह ने सात दिन पहले 20 दिसंबर से ही छुट्टी स्वीकृत कर दी थी। वहीं हेड क्लर्क अरुण लकड़ा तीन दिनों से ड्यूटी से गायब मिले।

 

 

उसी तरह से नेत्र चिकित्सक डॉ. सोनी कुमारी 28 दिसंबर से बिना सीएल के ही गायब मिली। वहीं एमपीडब्ल्यू गुप्तेश्वर प्रसाद तीन दिनों ड्यूटी से गायब पाए गए। डॉ. एमडी फैज तथा प्रिंस कुमार सोमवार से ही ड्यूटी से गायब हैं, लेकिन उन दोनों का सीएचसी के उपस्थिति पंजी में मंगलवार का एडवांस उपस्थिति बना हुआ मिला। भर्राशाही देख सिविल सर्जन भड़क उठे।

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सिविल सर्जन को स्टाफ ने बरगलाने की भी कोशिश की। इस दौरान जब चिकित्सकों एवं कर्मियों का सीएल रजिस्टर मांगे जाने पर लिपिक सुनील पटेल द्वारा गोदरेज की चाबी नहीं होने की बात कह पल्ला झाड़ दिया। फार्मासिस्ट अजीत कुमार के आधे घंटे देर से ड्यूटी पर पहुंचे। सीएस ने कारण पूछा तो उसने बाइक पंचर होने की बात कही।एमटी का इंचार्ज विद्यानंद प्रजापति से मलेरिया का इंट्री डाटा की मांग किए जाने के बाद घर पर रजिस्टर होने का हवाला दिया।

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