झारखंड शिक्षक भर्ती : संस्कृत, उर्दू, उड़िया व बांग्ला भाषा को भी चुन सकेंगे अभ्यर्थी, सहायक आचार्य भर्ती से जुड़ी बड़ी अपडेट, ये हुआ है बदलाव
रांची। सहायक आचार्य के 26 हजार पदों पर होने वाली भर्ती में अभ्यर्थियों के लिए बड़ा अपडेट है। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के कहने पर अन्य चार विषयों को भी इसमें सम्मिलित किया है। इस फैसले के बाद अब अब अभ्यर्थी संस्कृत, उर्दू, उड़िया तथा बांग्ला भाषा में भी परीक्षा दे सकेंगे। अभ्यर्थी इस परीक्षा के पहले प्रश्नपत्र में मातृभाषा के रूप में पूर्व निर्धारित 11 भाषाओं के अतिरिक्त इन भाषाओं में से भी किसी एक भाषा का चयन कर सकेंगे।
भाषा का यह प्रश्नपत्र अर्हक प्रकृति का है, जिसमें 100 में 30 अंक लाना अनिवार्य होगा। आपको बता दें कि पहले इस पत्र के लिए निर्धारित 11 भाषाओं हिंदी, अंग्रेजी, संताली, मुंडारी, हो, खड़िया, कुड़ुख (उरांव), कुरमाली, खोरठा, नागपुरी तथा पंचपरगनिया में से किसी एक विषय चुनने का विकल्प था। इसी महीने से झारखंड में भर्ती के लिए आवेदन शुरू होने वाले हैं।
भाषा विषय में पास करना अनिवार्य है, लेकिन इसके अंक मेधा सूची में नहीं जुड़ेंगे। दूसरे पत्र के लिए अधिसूचित भाषाओं में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इधर, आयोग ने इस परीक्षा के नाम में भी संशोधन किया है। खेल के क्षेत्र में उच्च प्रदर्शन करने वालों को भी आचार्य भर्ती परीक्षा में अहर्ता दी जायेगी। झारखंड ओलिंपिक संघ अथवा उससे संबद्ध संघों द्वारा आयोजित आधिकारिक राज्य चैंपियनशिप में प्रथम स्थान लाने तथा राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित करने वाले खिलाड़ियों को भी आरक्षण का लाभ मिलेगा। सहायक आचार्य के पदों पर नियुक्ति में खिलाड़ियों के आरक्षण में प्रतिस्पर्धा के मानकों में भी संशोधन किया गया है।
आपको बता दें कि प्रदेश में 26 हजार से ज्यादा पदों पर सहायक आचार्य के पदों पर भर्तियां होनी है। जेएसएससी की तरफ से परीक्षा ली जायेगी।