झारखंड: दो मुखिया जी की चली गयी कुर्सी, एसडीएम कोर्ट ने दोनों का निर्वाचन किया रद्द, जानिये कैसे फर्जीवाड़ा कर बने थे मुखिया
Jharkhand: Two Mukhiyas lost their chair, SDM court canceled the election of both, know how they became Mukhiyas by fraud
Ranchi News : फर्जीवाड़ा कर मुखिया बने दो लोगों पर बड़ी कार्रवाई हुई है। दोनों का निर्वाचन रद्द कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक रांची की एसडीएम कोर्ट ने 2 मुखियाओं का निर्वाचन रद्द कर दिया है। कृष्ण लोहार और जितनी देवी का मुखिया पद पर हुआ निर्वाचन रद्द कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक एक मुखिया कृष्ण लोहार ने ओबीसी होने के बावजूद एसटी बनकर चुनाव लड़े थे, जबकि दूसरी जितनी देवी ने अप्रवासी होने के तथ्य को छुपाकर चुनाव लड़ा था। नामकुम के बड़ाम पंचायत के मुखिया के निर्वाचन प्रक्रिया को रद्द किया गया। जाति छुपाकर आरक्षण का लाभ लेने पर ये कार्रवाई की गयी है।
ये है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक कृष्ण लोहार ने कृष्ण लोहार रहने के बावजूद लोहरा जाती से खुद को रिप्रेजेंट किया था। लोहरा टाइटल एसटी-एससी, जबकि लोहार ओबीसी कैटेगरी में शामिल होते हैं। रांची एसडीएम कोर्ट ने ये आदेश जारी किया है। बता दें कि सिल्ली के विसरिया पंचायत के मुखिया की निर्वाचन प्रक्रिया को रद्द किया गया। मुखिया जितनी देवी अप्रवासी होने के बावजूद खुद को स्थानीय बताकर चुनाव लड़ा था। गणेश मांझी की पुत्री जितनी देवी बंगाल के पुरुलिया की निवासी है।