हेमंत सोरेन की वैक्सीन लगाते तस्वीर क्यों हो रही वायरल? सोशल मीडिया पर भाजपा पूछ रही है सवाल

रांची। भाजपा इन दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की एक तस्वीर सोशल मीडिया में खूब वायरल कर रही है। तस्वीर जारी कर भाजपा पूछ भी रही है, कि आप पहले सही थे कि अभी सही है। दरअसल अगले दो महीने में झारखंड में चुनाव है, लिहाजा भाजपा और झामुमो आमने सामने है।

खासकर डेमोग्राफी चेंज और उत्पाद सिपाही अभ्यर्थी मौत मामले को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने सामने है। राजनीति उस वक्त गरमा गयी, जब हेमंत सोरेन ने उत्पाद सिपाही अभ्यर्थियों की मौत की वजह कोरोना वैक्सीन को बता दिया। इस बयान पर भाजपा बिफर गयी और हेमंत सोरेन पर निशाना साधना शुरू कर दिया।

हेमंत सोरेन का कोरोना वैक्सीन लगाते एक फोटो सोशल मीडिया में खूब शेयर किया जा रहा है। दरअसल हेमंत सोरेन 14 मई 2021 को एक पोस्ट किया था, जिसमें वो कोरोना वैक्सीन लगाते हुए दिख रहे हैं। वो झारखंड के लोगों से आग्रह भी कर रहे हैं कि कोरोना का टीका अवश्य लगाये, लेकिन इससे उलट हेमंत सोरेन ने ये कह दिया कि उत्पाद सिपाही अभ्यर्थियों की मौत कोरोना वैक्सीन की वजह से हुई है।

14 मई 2021 को कोरोना वैक्सीन की अपील में हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना का टीका अवश्य लगाये, ये पूरी तरह से सुरक्षित, कोरोना संक्रमण रोकने में प्रभावी और निशुल्क है।

क्या कहा था हेमंत सोरेन ने

हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा के लोगों ने कोरोना के वक्त जो टीका लगाया है उसके प्रभाव से मौत हो रही है. पैसा और चंदा वसूली के लिए भाजपा ने इस तरह का टीका लगवाया. हेमंत सोरेन ने कहा कि “हम लोगों ने कई नियुक्तियां की हैं. अभी भी उत्पाद सिपाही की नियुक्ति चल रही है. अभी तो कुछ घटना मेरे संज्ञान में आया है. उत्पाद सिपाही में कई नौजवान दौड़ते-दौड़ते आकस्मिक उनकी मौत हो गई.

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मौत सिर्फ दौड़ से नहीं हो रहा है, ऐसे ही अचानक लोग चलते-चलते मर जा रहे हैं.”उन्होंने कहा आगे कहा कि “पता चला है कि कोरोना में जो भाजपा के लोगो ने इस देश लोगों को जो टीका लगाया है. वो टीका गलत टीका लगाया है, जिसका प्रभाव पूरे दुनिया में पड़ रहा है. अभी तो उसका हिसाब भी हम लोग लेंगे. उस टीका को पूरे दुनिया में बंद कर दिया गया था, लेकिन हमारे भारत में उस टीका का सप्लाई हुआ और नतीजा यह हुआ की अनेक लोगों की मौत हो रही है.

सर्दी खांसी से लोग मर जा रहे हैं, चलते-चलते लोग मर जा रहा है, दौड़ते-दौड़ते लोग मर जा रहा है. बुढ़ा-बुजुर्ग नहीं, जवान-जवान लड़का लड़की लोग मर जा रहा है। उन्होंने कहा कि “इन लोगों ने बड़े चतुराई से उस दवाई को पूरे दुनिया में बंद करने का नोटिस जारी हुआ और इन लोगों ने पैसा और चंदा तसीली करने के लिए देशवासियों को वह दवाई जबरदस्ती ठोकवा दिया.”

बाबूलाल मरांडी ने क्या कहा

उत्पाद सिपाही भर्ती दौड़ परीक्षा में अपनी कुव्यवस्था को छुपाने के लिए कोई न कोई बहाना तो जनता को बताना ही था, तो मुख्यमंत्री जी ने कोरोना की वैक्सीन का बहाना देकर अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश की, लेकिन ये बताना भूल गए कि वैक्सीन सिर्फ मृतक अभ्यर्थियों भर को नहीं लगी थी, बल्कि पूरे झारखंडवासियों को लगी थी उसमें शायद आप भी रहे हों -आप भी तो दिल्ली से नंगे पैर भागते हुए झारखंड तक आए थे, आपको तो कुछ नहीं हुआ।

माननीय मुख्यमंत्री जी मेरी समझ में वैक्सीन तो कम से कम आपकी तरह जाति और धर्म देखकर काम नहीं करती होगी, अगर वैक्सीन की वजह से अभ्यर्थियों की जान गई तो उत्पाद सिपाही भर्ती दौड़ परीक्षा में लगभग 1 लाख 45 हजार अभ्यर्थी दौड़े, उनमें से वैक्सीन का असर सीमित लोगों तक ही सीमित कैसे रहा, आप चूंकि डॉक्टर और वैज्ञानिक भी होंगे खुद के ही मेडिकल इंस्टीट्यूट के तो कृपया ये भी बता दीजिए।

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