गोगो दीदी योजना Vs मंईया सम्मान योजना: बाबूलाल मरांडी का बड़ा आरोप, मंईया सम्मान योजना के लिए विधवा को कर दिया बेसहारा...
रांची। झारखंड में चुनाव प्रचार अभी भी मंईया सम्मान योजना बनाम गोगो दीदी योजना पर ही फोकस है। भाजपा और झामुमो दोनों को लगता है कि महिलाओं का साथ मिला, तो वो सत्ता की कुर्सी पर बैठ सकते हैं।
लिहाजा दोनों दल अपनी अपनी योजनाओं को सही साबित करने में जुटे हैं। बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा है कि मंईयां सम्मान योजना के नाम पर झारखंड की महिलाओं को ठगने का प्रयास किया जा रहा है। माताओं बहनों से फॉर्म भरवा कर कूड़े में फेंक दिया जा रहा है।
कांग्रेस झामुमो के पास जनता को बताने के लिए कोई उल्लेखनीय काम नहीं है। इसलिए वो जनता को झूठे प्रचार तंत्र के माध्यम से दिग्भ्रमित करना चाहती हैं। जनता इन्हें करारा जवाब देगी।
बाबूलाल मरांडी ने काह कि हेमंत सोरेन सरकार ने मंईयां सम्मान योजना की राशि देने के लिए विधवा पेंशन को बंद कर दिया है, जिससे उनकी असली सोच उजागर हो गई है।
एक ओर हेमंत महिला सशक्तीकरण का दंभ भर रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर उन्होंने विधवा महिलाओं का पेंशन बंद कर उन्हें बेसहारा कर दिया है। हेमंत अपनी नाकामियों को छुपाने और महिलाओं को दिग्भ्रमित करने के लिए चुनाव से ठीक पहले विधवा महिलाओं का पेंशन बंद कर मंईयां योजना शुरू की है।
माताएं बहनें हेमंत सोरेन की हकीकत जान चुकी हैं, इसलिए हेमंत सरकार चुनाव के समय महिला हितैषी बनने का ढोंग रच रही है। माताओं बहनों को भलीभांति पता है कि नारी सशक्तीकरण का कार्य सिर्फ भारतीय जनता पार्टी ही कर सकती है।
वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में माताओं बहनों को आत्मनिर्भर बनाने की ऐसी योजनाएं पहले से ही क्रियान्वित हैं। मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना, छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना, महाराष्ट्र में लाडली बहन योजना, ओडिशा में सुभद्रा योजना के माध्यम से माताओं बहनों को आर्थिक और सामाजिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
झारखंड में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के साथ ही माताओं बहनों को स्वावलंबी बनाने के लिए गोगो दीदी योजना के तहत के बैंक खाते में हर महीने की 11 तारीख को 2,100 रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी।