“सरकारी स्कूल का इस्तेमाल पत्थरबाजी के लिए हो रहा है” अमर बाउरी ने लगाया हेमंत सरकार पर गंभीर आरोप

हजारीबाग : विश्वकर्मा पूजा विसर्जन के दौरान हुई पत्थबारी के बाद कई तरह के सवाल उठे हैं। स्कूल की छत से जिस तरह से पत्थर फेंके गये उसे लेकर कई तरह की खबरें आ रही है। इस मामले में भाजपा नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा है कि बुधवार की रात की घटना के बाद गुरुवार की सुबह 11:00 के करीब पुलिस की उपस्थिति में वर्ग विशेष के द्वारा एक बार फिर अपनी दबंगई दिखाने के लिए पत्थरबाजी की गई है।

घटना में "सरकारी उर्दू स्कूल" के परिसर से सुनियोजित तरीके से हिंदुओं पर जबरदस्त पत्थरबाजी की गई। सरकारी स्कूल का इस्तेमाल हेमंत राज में हिंदुओं पर पत्थरबाजी के लिए हो रहा है ! झामुमो-कांग्रेस-राजद सरकार की हिन्दू विरोधी नीतियां और एक विशेष वर्ग को मिल रहा अंधा-धुंध साथ व समर्थन का नतीजा आप सबों के समक्ष है।

आरोप है कि धर्म विशेष के लोगों ने स्कूल की छत से ही पत्थरबाजी की। रात में सरकारी स्कूल को खोला जाना, घरों के छतों पर पहले से पत्थर इकट्ठा कर रखा जाना और शांतिप्रिय ढंग से चल रहें धार्मिक जुलूस पर पत्थरबाजी करना और पुनः सुबह पुलिस के सामने पत्थरबाजी करना सुनियोजित ही प्रतीत होता है।

भाजपा ने कहा कि बड़कागांव में यहां आम विषय बन गया है पिछले चार-पांच महीने में ऐसी कई घटनाएं घाटी हैं। जिसमें क्षेत्र के एक यज्ञ के कलशयात्रा के दौरान आक्रमण किया जाना, महुदी में शांतिप्रिया ढंग से प्रोटेस्ट कर रहे लोगों पर लाठी चार्ज कर हटाए जाने के बाद एक विशेष समुदाय के जुलूस को प्रशासन द्वारा निकलवाना, बादम में एक चुनावी बाइक रैली में हमला किया जाना, डीजे बजाने वाले एक इंजीनियर का नाम पूछकर उसका हाथ तोड़ा जाना जैसी घटनाओं में एफआईआर दर्ज होने के बाद से अबतक कोई गिरफ्तारी नहीं किया जाना बड़कागांव पुलिस के कार्यशैली पर सवाल उठना लाजिमी है।

बड़कागांव के ठाकुर मोहल्ले में धार्मिक जुलूस पर हुए पथराव के बाद यहां पहुंचे हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने बड़कागांव स्थित अपने जुगरा निवास परिसर में एक प्रेस- वार्ता का आयोजन कर कहा की बड़कागांव के ठाकुर मोहल्ले में विश्वकर्मा पूजा विसर्जन जुलूस के दौरान घटी घटना को एक समुदाय विशेष के द्वारा प्रायोजित तरीके से अंजाम दिया गया।

Aditya
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