झारखंड में खुलेगा होटल ताज, सरकार के साथ हुआ अनुबंध, जानिये होटल ताज क्यों है दुनिया भर में मशहूर

रांची। झारखंड में जल्द ही एक सेवन स्टार होटल खुलने जा रहा है। रांची में होटल ताज का एक ब्रांच खुलेगा। आज इसे लेकर राज्य सरकार और कंपनी के बीच MOU हो गया। इस अनुबंध के साथ ही झारखण्ड में ताज होटल खुलने का रास्ता साफ हो गया है। बुधवार को रांची में प्रोजेक्ट भवन सभागार में झारखण्ड सरकार तथा The Indian Hotels Company Ltd. (A TATA Enterprise) के बीच ताज होटल के निर्माण हेतु MoU हुआ।

। टाटा समूह ने देश के विकास में अहम योगदान दिया है, वहीं झारखण्ड का भी देश को आगे बढ़ाने में योगदान कम नहीं है। यहां प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। टाटा समूह के साथ झारखण्ड का रिश्ता भी बहुत पुराना है, यह रिश्ता और मजबूत होगा। हम मिलकर देश और राज्य के विकास में आगे बढ़ेंगे। इंडियन होटेल्स कंपनी लिमिटेड- जिसे ताज ग्रूप के ब्रांड नेम से जाना जाता है। इसकी स्थापना टाटा ग्रूप के संस्थापक जमशेदजी टाटा ने साल 1903 में की गयी थी। होटेल्स और रिज़ॉर्ट्स की विस्तृत शृंखला वाली इस कंपनी का मुख्य कार्यालय ऑक्स्फर्ड हाउस, मुंबई मे है। यह कंपनी भारत के सबसे बड़े व्यापारिक संस्थानो मे से एक टाटा ग्रुप का हिस्सा है।

2015 की जानकारी के अनुसार ताज ग्रूप पूरे भारत मे फैले 108 होटेल्स और यूके, यूएसए, आफ्रिका, मालदीव, मलेशिया, भूटान, श्रीलंका और मिड्ल ईस्ट मे बने 17 होटेल्स का परिचालन करता है। 2010 मे इस कंपनी मे करीब 10000 कर्मचारी कार्यरत थे। ताज ग्रूप के पास कुछ निजी द्वीपों का भी स्वामित्व है। टाटा ग्रूप के संस्थापक जमशेदजी नुसीरवानजी टाटा ने 16 दिसंबेर 1903 को अरब सागर के तट पर मुंबई (पहले बंबई के नाम से जाना जाता था) मे ताज महल पॅलेस के नाम से एक भव्य होटेल का उद्घाटन किया। यह ताज ग्रूप के पहली परिसंपत्ति और पहला होटेल था। जम्सेत जी द्वारा इस होटेल का निर्माण करने के पीछे छुपे कारणों से जुड़ी कई दंतकथाएँ है। एक कहानी के अनुसार इसके पीछे मुंबई के वाट्सन'स होटेल (जहाँ सिर्फ़ युरोपियन लोगो को ही जाने की अनुमति थी) मे उन्हे नस्लीय भेदभाब के कारण प्रवेश ना दिया जाना कारण बना था।

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