झारखंड का ये सरकारी अस्पताल है या जादूघर ? दो महिला को एक ही दिन में 13 बार, तो पुरुष को 14 बार बनाया मां

कोडरमा। स्वास्थ्य विभाग में भी अजब-गजब घोटाले होते हैं। झारखंड में स्वास्थ्य विभाग का ऐसा ही घोटाला सामने आया है, जिसे जानकर आपके पैरों तले जमीन खिसक जायेगी। यहां महिला तो छोड़िये पुरुषों का भी प्रसव करा दिया गया और लाखों रुपये गटक लिये। मामला कोडरमा का है, जहां घोटालेबाजों ने एक ही महिला का 12 बार प्रसव होना बताकर 50 लाख से ज्यादा की निकासी कर ली। अब घोटाले की पोल खुलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं डीसी ने मामले में जांच के आदेश दिये हैं।

50 लाख रुपये का गोलमाल

दरअसल झारखंड में शासकीय अस्पतालों में प्रसव को बढ़ावा देने जननी सुरक्षा योजना संचालित है। खबर है कि इस योजना में बड़ा गोलमाल हुआ है। इस योजना में शासकीय आस्पताल में प्रसव पर 1400 रुपये सरकार की तरफ से प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इसी पैसे की लालच में कोडरमा के सतगावां अस्पताल में बड़ा खेल खेला गया। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 50 लाख से ज्यादा का गोलमाल हुआ है। गड़बड़ी की जानकारी उच्चाधिकारियों को लगने के बाद फिलहाल बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया है।

डीसी ने 5 सदस्यीय जांच टीम बनायी

डीसी मेघा भारद्वाज ने इस मामले में पांच सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। जांच का जिम्मा डीडीसी ऋतुराज को दिया गया है। वहीं सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार की तरफ से सतगांवा के क्लर्क व लेखा प्रबंधक को शो-कॉज नोटिस जारी किया गया है। इस मामले में FIR की भी तैयारी हैं। जानकारी के मुताबिक विभाग की तरफ से जननी योजना के तहत अंजू कुमारी नाम की महिला के खाते में 13 बार, चंचला कुमारी के खाते में 13 बार, अतुल चौधरी के खाते में 14 बार, दिनेश चौधरी के खाते में 10 बार पैसे डाले गये। यही नहीं आरती कुमारी के खाते में 3 बार, चंचला कुमारी, फातिमा, गिरजा, मंजू चौधरी, प्रिया कुमारी, सरस्वती साव, पूजा कुमारी, मंजू कुमारी सृष्टि कुमारी के खाते में 8-8 बार पैसे डाले गये है।

महिला तो छोड़ियों पुरुषों का भी करा दिया प्रसव

कमाल की बात ये है कि ये सब एक ही दिन में पैसे का हस्तांतरण किया गया है। यही नहीं काजल कुमारी के नाम पर 4 बार, खुशबू कुमारी के नाम पर 6, ललिता देव, मनीषा, प्रीति, नीती के नाम पर 3-3 बार राशि दी गयी है। इनमें से इक्का दुक्का को छोड़ दिया जाये तो किसी ने भी सरकारी अस्पताल में प्रसव नहीं कराये हैं, सिर्फ उनके नाम पर भुगतान किया गया है। किसी ने एक बार प्रसव कराया, तो उसके नाम पर 5-6 बार पैसे का भुगतान कर दिया गया है। इस मामले में सिविल सर्जन ने कड़ी कार्रवाई की बात कही है। वहीं प्रशासन भी जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है।

HPBL
HPBL  
Related Articles
Next Story