jamshedpur : डॉ अजय कुमार ने भुइयांडीह बस्ती के 150 घरों को तोड़ने की नोटिस पर किया बड़ा खुलासा

jamshedpur : कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय कुमार ने भुइयांडीह बस्ती के 150 घरों को तोड़ने की नोटिस पर एक बड़ा खुलासा किया है. डॉ. अजय कुमार ने बताया है कि तत्कालीन केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने अतिक्रमण कर अवैध बसी बस्ती के खिलाफ दिल्ली NGT नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल मे शिकायत दर्ज की थी. सरयू राय ने इस मामले को जानते हुए इसका खुलासा नहीं किया. भूमाफिया या कॉर्पोरेट को मदद करने की साजिश थी. उन्होंने सरयू राय से पांच सवाल का जवाब भी मांगा है.

जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत भुइयांडीह के कल्याण नगर, इंदिरा नगर एवं नदी किनारे बने लगभग 150 घरों को तोड़ने की नोटिस पर तत्कालीन केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और क्षेत्र के विधायक सरयू राय पर निशाना साधते हुए डॉ. अजय कुमार ने खुलासा किया है. उन्होंने दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए बताया कि भुइयांडीह के कल्याणगर, इंदिरा नगर एवं नदी किनारे बने लगभग 150 घरों के खिलाफ 30 अगस्त 2023 को तत्कालीन जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री झारखंड के वरिष्ठ नेता अर्जुन मुंडा ने अवैध अतिक्रमण के खिलाफ एनजीटी की नई दिल्ली पीठ में शिकायत की थी. दिल्ली से मामले की कोलकाता पीठ को स्थानांतरित कर दिया गया.

उन्होंने कहा कि सरयू राय चुनाव तक बस्तीवासियों बरगलाने में लगे है. चुनाव के बाद बुलडोजर चलेगा. डॉ अजय कुमार ने कहा कि भुइयांडीह के कल्याण नगर, इंदिरा नगर, भुइयाडीह सहित नदी किनारे बसे लगभग 150 घरों को टूटने नहीं देंगे. झारखंड सरकार को 2 सितंबर को एनजीटी में अपना पक्ष रखने का समय मिला है. यह हमारी सरकार के लिए प्राथमिकता वाला मामला है.

डॉ अजय कुमार ने मीडिया को बताया कि भाजपा ने शुरू से ही जमशेदपुर के लोगों को ठगने का काम किया है. बस्ती को उजाड़ कर कॉर्पोरेट या भू माफिया को लाभ पहुंचाना है. कांग्रेस बस्ती को उजड़ने नहीं देगी. इसके लिए हम न्यायालय की शरण में गए हैं. इधर क्षेत्र के विधायक सरयू राय बस्तीवासियों के बीच जाकर उन्हें दिगभ्रमित कर रहे हैं. उन्हें पूरे मामले की जानकारी थी फिर जनता को क्यों नहीं बताया. विधानसभा में आवाज क्यों नहीं उठाई.

डॉ. अजय कुमार ने सरयू राय से पांच सवाल का जवाब मांगा है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी और सरयू राय एक सिक्के के दो पहलू हैं. आज बस्ती वासियों को भाजपा नेता द्वारा एनजीटी में की गई शिकायत के कारण ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सरयू राय अब अपने साथी अर्जुन मुंडा को बचाने का प्रयास कर रहे हैं. क्रेडिटजीवी बने सरयू राय ने शुक्रवार को सुबह 10 बजे फेसबुक पर पोस्ट किया कि एनजीटी में उनकी याचिका स्वीकार कर ली गई है, लेकिन हकीकत यह थी कि दोपहर 1 बजे उनकी याचिका खारिज कर दी गई.

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