झारखंड- सहायक आरक्षक बैकफुट पर: कैबिनेट में प्रस्ताव रखा जाये, तो आंदोलन खत्म करने को तैयार, चाहते हैं लिखित आश्वासन

रांची। सहायक आरक्षक बैकफुट पर आने को तैयार हैं। आंदोलन के एक महीने गुजर जाने के बाद सरकार की अनदेखी से निराश सहायक आरक्षक, अब जो भी सरकार देगी, उसी से संतुष्ट होने को तैयार हैं। वार्ता के बावजूद राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में डटे सहायक पुलिसकर्मियों की तरफ से सरकार को संदेश भेजा गया है कि अगर सरकार अपने किये वादों के अनुरुप ही मांगों को कैबिनेट में लेकर आती है, तो सहायक आरक्षक अपना आंदोलन खत्म करने को तैयार हैं।


दो जुलाई से रांची के मोरहाबादी मैदान में सहायक पुलिसकर्मी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे है।

आपको बता दें कि सरकार के साथ हुई वार्ता में सहायक पुलिसकर्मियों को यह आश्वासन दिया गया था कि उनका वेतन 30% बढ़ा दिया जाएगा। उनका अनुबंध 1 साल के लिए बढ़ाया जाएगा। साथ ही आने वाले समय में जितने भी पुलिस की बहाली निकलेगी उनमें उन्हें आरक्षण दिया जाएगा।

इस बीच सहायक पुलिसकर्मी अपने आंदोलन को समाप्त करने के मूड में हैं लेकिन अब उनकी मांग सिर्फ इतनी है कि तीनों आश्वासन लिखित तौर पर सरकार की तरफ से दी जाये।

सहायक पुलिसकर्मी मोरहाबादी मैदान में टेंट लगाकर डेरा डाले हुए हैं। इधर सहायक पुलिसकर्मियों के तेवर को देखते हुए जवानों का घेरा मोरहाबादी मैदान के बाहर तैनात कर दिया गया है। 24 घंटे दर्जनों पुलिसवाले सहायक पुलिसकर्मियों पर नजर रख रहे हैं। इसलिए पुलिसवाले भी टेंट बनाकर रात दिन ड्यूटी कर रहे हैं, ताकि कोई नया बवाल सहायक आरक्षक ना कर दें।

Aditya
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