झारखंड: 150 घरों को तोड़ने का जारी हुआ आदेश, बीजेपी बोली, किसी का मकान टूटने नहीं देंगे, भाजपा नेता पहुंचेंगे बस्ती में...

जमशेदपुर। प्रशासन की तरफ से 150 घरो को तोड़ने के अल्टीमेटम के बाद इलाके में लोग खौफ में हैं। मामला जमेशदपुर का है, जहां के भुइयांडीह स्थित कल्याणनगर, इंदिरानगर और छायानगर समेत आसपास के इलाके के करीब 150 घरों को तोड़ने का नोटिस, जमशेदपुर के सीओ ऑफिस के माध्यम भेजा गया है। अब इस मामले में भाजपा ने प्रशासन को आड़े हाथों लिया है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इसे लेकर सोशल मीडिया में पोस्ट कर पुनर्वास की मांग की है। मरांडी ने लिखा है कि इन सभी इलाकों के निवासी आर्थिक एवं सामाजिक दृष्टि से कमजोर वर्ग के हैं और अपनी गाढ़ी कमाई का पैसा-पैसा जोड़कर उन्होंने अपना आवास बनाया है घर टूटने की आशंका से सभी भयभीत हैं।

महलों में रहने वाले हेमंत सोरेन जी एक बस्ती के टूटने और उजड़ने का गम क्या होता है यह नहीं जानते हैं, इसीलिए एसी में बैठकर फरमान जारी कर देते हैं। भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद आर्थिक एवं सामाजिक रूप से पिछड़े लोगों के बने घरों को पक्का पट्टा देने का काम करेगी और और नए घरों का निर्माण कर जरूरतमंद लोगों के रहने की समुचित व्यवस्था करेगी। इधर, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अभय सिंह ने शनिवार को कल्याण नगर समेत आस-पास की बस्तियों का दौरा कर वहां रहने वालों को निश्चिंत किया कि किसी का घर नहीं टूटेगा।

दरअसल जिन बस्तियों का जिक्र करते हुए 150 से अधिक घरों को प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा नोटिस दी गयी है, वह क्षेत्र टाटा लीज एरिया से अलग कर दिया गया है. अभय सिंह ने कहा कि राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन नहीं चाहते हैं कि कोई भी गरीब अपना जीवन यापन सही ढंग से कर सकें। चंडी नगर, छाया नगर, निर्मल नगर, बाबूडीह, लाल भट्ठा, कानू भट्ठा, शांति नगर, भुइयां बस्ती, कल्याण नगर, ग्वाला बस्ती भुइयांडीह जैसी बस्तियां में रहनेवाले लोग मेहनतकश मजदूर परिवार से ताल्लुक रखते हैं।

उन्होंने अपने जीवन के गाढ़ी कमाई लगाकर घरों का निर्माण कराया है. जमशेदपुर की बस्तियों में रहने वाले लोग जिनका नाम मतदाता सूची में दर्ज है, आधार कार्ड है, पेंशन-वृद्धा पेंशन के धारक हैं, उनका घर नहीं टूटेगा. जरूरत पड़ी, तो वे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी व जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो को भी इन बस्तियों में लेकर आयेंगे. स्थानीय लोगों की उनके साथ बैठक आयोजित करेंगे।

HPBL
HPBL  
Related Articles
Next Story