झारखंड: शिक्षिका के घर पुलिस ने मारा छापा, लेकिन पुलिस खुद घिर गयी आरोपों में, जानिये क्या है पूरा मामला

राजरप्पा। शिक्षिका के घर छापेमारी मामले में पुलिस खुद ही आरोपों में घिर गयी है। दरअसल ड्रग्स की सूचना पर पुलिस ने शिक्षिका के घर पर छापा मारा था, लेकिन सूचना गलत निकली। पुलिस को छापेमारी में कुछ नहीं मिला, जिसके बाद पुलिस वापस लौट गयी। इधर पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा।

मामला रजरप्पा पुलिस ने चितरपुर काली चौक का है। जानकारी के मुताबिक शिक्षिका के घर पर ड्रग्स की सूचना के बाद थाना प्रभारी नवीन प्रकाश पांडेय समेत कई पुलिस कर्मी जबरन घर का दरवाजा खुलवा कर घुस गए।

आरोप है कि पुलिसकर्मी घर के एक-एक कोने में छापामारी की। घर के ड्रावर, अलमीरा सहित कई जगहों में पुलिस ने तलाशी ली. लेकिन कहीं कुछ नहीं मिला। शिक्षिका ने बताया कि मैं घर पर अकेली थी. लेकिन पुलिस के साथ कोई महिला पुलिस नहीं थी।घर में कुछ नहीं मिलने पर ग्रामीणों में आक्रोश फूट पड़ा और संध्या में बड़ी संख्या में आक्रोशित ग्रामीण थाने पहुंच कर इसका विरोध किया. साथ ही पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

उधर, इस मामले में शिक्षिका के वकील ने कहा कि पुलिस अगर ड्रग्स के मामले में छापामारी करने गयी थी, तो उन्हें दंडाधिकारी की उपस्थिति में छापामारी करनी चाहिए। पुलिस ने नियमों को ताक में रखकर कार्रवाई की है. पुलिस के खिलाफ हाईकोर्ट में रीट दायर किया जायेगा।


इधर पुलिस ने स्वीकार किया है कि गलत सूचना दी गयी थी, जिसके आधार पर पुलिस ने छापा मारा। अब झूठा बयान देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।

Aditya
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