झारखंड: एग्जाम कंट्रोलर की तो हो गयी छुट्टी, पर, क्योश्चन पेपर सेटर पर कब होगा एक्शन? परीक्षा कार्य से अलग करने के बाद गिरी सस्पेंशन की गाज

रांची। ...आखिरकार परीक्षा नियंत्रक डॉ आशीष झा की छुट्टी हो ही गयी। कई दिनों से ये अटकलें लग रही थी, कि रांची यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक पर गाज गिर सकती है। आखिरकार यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस मामले में एक्शन ले ही लिया है।


प्रश्न पत्र प्रिंट न होने के मामले में रांची विश्वविद्यालय प्रशासन ने ये कार्रवाई की है। उनके सस्पेंशन की अटकलें उसी दिन से लग रही थी, जिस दिन से उन्हें परीक्षा कार्यों से मुक्त कर दिया गया था।

आपको बता दें कि परीक्षा नियंत्रक को निलंबित करने से नौ दिन पहले ही उन्हें परीक्षा कार्य से मुक्त कर दिया गया था। विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हें एग्जामिनेशन डेटा प्रोसेसिंग सेंटर में योगदान करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन डॉ. आशीष ने यह कहते हुए डेटा प्रोसेसिंग सेंटर में योगदान नहीं दिया कि वहां नियंत्रक का कोई पद नहीं है।

खास बात यह है कि परीक्षा नियंत्रक को तो निलंबित कर दिया गया, लेकिन प्रश्न पत्र सेट करने के दायित्व का निर्वहन न करने वालों पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है।

आरोप है कि एग्जाम कंट्रोलर ने जांच कमेटी को सहयोग नहीं किया और ना ही पूर्व में दिए गए आदेश का पालन किया। निलंबन के दौरान उनका मुख्यालय मोरहाबादी कैंपस स्थित स्नातकोत्तर गणित विभाग होगा। वहीं परीक्षा कार्य का प्रभार ओएसडी डॉ. विकास कुमार को दिया गया है।


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इनॉर्गेनिक केमेस्ट्री पेपर की परीक्षा 12 जून को थी। परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों को जानकारी दी गई कि प्रश्न पत्र प्रिंट नहीं हुआ है, इसलिए इस पेपर की बाद में परीक्षा ली जाएगी। परीक्षा विभाग ने कारण ढूंढ़ा तो पता चला कि संबंधित शिक्षक द्वारा प्रश्न पत्र सेट किया ही नहीं गया था।

यही नहीं इकोनॉमिक्स एग्रीकल्चर पेपर की परीक्षा 27 जून को थी। इस मामले में भी केंद्र पर ही परीक्षार्थियों को बताया गया कि प्रश्न पत्र प्रिंट नहीं हुआ है इसलिए बाद में परीक्षा ली जाएगी। उसका प्रश्न पत्र भी सेट नहीं किया गया था, जिसके कारण उसे प्रिंट नहीं कराया जा सका था। इन दोनो मामलों में विश्वविद्यालय की खूब फजीहत हुई थी।

Aditya
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