झारखंड : निलंबित करने के मामले में क्यों घिर रहे बंधु तिर्की और मांडर विधायक, नेता प्रतिपक्ष ने साधा निशाना, बोले..ये तो ...

रांची। महिला मुखिया को निलंबित किये जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले को भाजपा ने गैर संवैधानिक करार देते हुए कहा है कि जब स्थानीय विधायक और पूर्व विधायक बंधु तिर्की की बातों को महिला मुखिया ने स्वीकार नहीं किया, तो उसे निलंबित कर दिया गया।

आपको बता दें कि मांडर विधानसभा क्षेत्र के सरवा पंचायत की मुखिया प्रभा किस्पोट्टा की निलंबन के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल चल रहा है।

मुखिया संघ के लोगों ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाये हैं। रविवार को नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी भी हड़ताल पर बैठे मुखिया संघ के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। उन्होंने सरवा पंचायत की मुखिया के साथ हुई घटना की विस्तृत जानकारी की।


अमर बाउरी ने कहा कि मांडर विधायक एवं उनके पिता पूर्व विधायक बंधु तिर्की ने अपनी "जी हुजूरी" नहीं करने व अपने पंचायत में जनकल्याणकारी योजनाओं की मांग को लेकर आवाज उठाने के कारण सरकार पर दबाव बनाकर मुखिया प्रभा किस्पोट्टा को निलंबित करवा दिया।

अमर बाउरी ने कहा कि यह तानाशाही और हिटलरशाही भारतीय जनता पार्टी नही चलने देगी। इस लड़ाई में भाजपा निलंबित मुखिया और मुखिया संघ के साथ है। जरूरत पड़ी तो राज्य के सभी मुखिया इस लड़ाई में एकजुट होकर सरकार को घेरने का काम करेंगे।


उन्होंने कहा कि महिला मुखिया ने जब दवाब में आने से इंकार कर दिया, तो गैर संवैधानिक तरीके से एक चुनी हुई जनप्रतिनिधि को निलंबित कर दिया। ये सिर्फ कांग्रेस ही कर सकती है, जिसने देश में इमरजेंसी लाया था।


Aditya
Aditya  
Related Articles
Next Story