मंईया योजना में लापरवाही पड़ गयी भारी, महिला अफसर सहित 7 सुपरवाईजरों के वेतन रोकने के आदेश, शो-कॉज नोटिस भी जारी,
रांची। मंईयां योजना में लापरवाही पर बड़ा एक्शन हुआ है। सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना पर ढुलमूल रवैया दिखाने वाली सीडीपीओ सहित सात कर्मियों के वेतन पर रोक लगाने के आदेश दिये गये हैं। मंईयां योजना के तहत आवेदकों का फॉर्म भराने से लेकर इसकी मॉनिटरिंग की जवाबदही आंगनवाड़ी सुपरवाइजर और सीडीपीओ की थी, लेकिन वह कार्य में दिलचस्पी नहीं ले रही हैं।
यही नहीं कई जगहों पर आंगनबाड़ी केंद्रों में 500 से 1000 रुपए में फार्म बेचे जा रहे हैं। इसकी शिकायत मिलने पर डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने बड़ी कार्रवाई की। उन्होंने रांची सीडीपीओ सहित सात सुपरवाइजर का वेतन रोकते हुए नोटिस जारी किया है।
जिन्हें शो कॉज जारी किया गया है, उसमें बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, रांची सदर, अंजना दास, महिला पर्यवेक्षिका, रांची सदर, रंजना तिवारी, महिला पर्यवेक्षिका, रांची सदर, संगीता कच्छप, महिला पर्यवेक्षिका, रांची सदर, मनीषा ज्योति, महिला पर्यवेक्षिका, रांची सदर, कुमारी सुनीता, महिला पर्यवेक्षिका, रांची सदर, ज्योति बाला, महिला पर्यवेक्षिका, रांची सदर, किरण कुमारी शर्मा, महिला पर्यवेक्षिका, रांची सदर।
इसके अलावा रांची सदर की सुपरवाइजर अंजना दास के द्वारा पैसे उगाही के मामले में जांच करने का निर्देश दिया गया है। मालूम हो कि मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना अन्तर्गत शहरी क्षेत्र में लाभुकों की संख्या अनुरूप आवेदन पत्र की हार्ड कॉपी संबंधित अंचल अधिकारी के पास जमा नहीं होने की सूचना पर डीसी द्वारा इसका सत्यापन कराया गया।
वार्ड-36 के अरगोड़ा एवं नगड़ी अंचल के सत्यापन के क्रम में सेविकाओं द्वारा इंट्री हुए आवेदन को अपने पास रखने, अर्हताधारी लाभुकों का सर्वेक्षण नहीं करने तथा महिला पर्यवेक्षिकाओं द्वारा क्षेत्र भ्रमण नहीं किए जाने का मामला संज्ञान में आया। जिसके बाद यह कार्रवाई की गयी है।