रांची: आक्रोशित छात्र सड़क पर उतरे, मुख्यमंत्री निवास घेराव की कोशिश, आधे रास्ते में पुलिस ने बैरिकेट लगाकर रोका

रांची। नियुक्ति परीक्षा में धांधली को लेकर युवाओं का गुस्सा बढ़ता जा राह है। आज एक बार फिर से राजधानी में युवा अभ्यर्थियों ने सड़क पर उतरकर सरकार का तीखा विरोध किया। युवाओं की नाराजगी इस बात को लेकर है, कि नियुक्ति परीक्षा में धांधली हुई है, वहीं एसआईटी की जांच के दायरे में चल रही जेएसएससी सीजीएल परीक्षा को 21-22 सितंबर को लेने से नाराज हैं। इसी बात को लेकर राज्य भर से छात्र मोरहाबादी के बापू वाटिका में आज जमा हुए और सीएम हाउस घेराव करने निकले।

झारखंडी छात्र उलगुलान संघ के बैनर तले बीते एक सप्ताह से विरोध जताए जा रहे हैं। 10 अगस्त को छात्रों ने युवा विरोधी हेमंत सरकार हैशटैग नाम से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अभियान चलाया। इसके बाद छात्रों ने अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत 16 अगस्त को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में शाम 6 बजे सीएम हेमंत सोरेन का पुतला दहन का कार्यक्रम किया।अब छात्रों ने मुख्यमंत्री निवास घेराव करने की कोशिश की।

हालांकि मुख्यमंत्री निवास की तरफ बढ़ रहे युवाओं की भीड़ को मोरहाबादी टीओपी के पास बैरिकैडिंग कर रोक दिया गया। जिसके बाद सभी छात्र वहीं जमीन पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी उन्हें समझाते नजर आए। छात्रों का कहना है कि जिस परीक्षा को आयोग 21-22 सितंबर को लेना चाहती है, उस परीक्षा का पेपर लीक हुआ था। एसआईटी लगभग एक साल से जांच कर रही है।

आज तक जांच पूरी नहीं कर सकी है। परीक्षा के पेपर लीक की जांच रिपोर्ट अब तक आई नहीं और सरकार परीक्षा लेने पर तुली हुई है। छात्रों ने दूसरी परीक्षाओं में हुई अनियमितता की बात भी उठाई। कहा कि पीजीटी शिक्षक नियुक्ति में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ियां सामने आने के बाद भी सरकार उसकी जांच कराने के बजाए, नियुक्ति पत्र बांट दी।

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