कांवड़ियों के लिए खास इंतजाम, आध्यात्मिक भवन में मिल रही ये सुविधाएं, फ्री ठहरने के अलावे ....

रांची। कांवड़ियों के लिए खास व्यवस्था की गयी है। राजकीय श्रावणी मेला 2024 में जिला प्रशासन द्वारा कांवरिया पथ में श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु आध्यात्मिक भवन में आवश्यक सभी व्यवस्थाओं के अलावा निःशुल्क आवासन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। आवासन के साथ-साथ पेयजल, शौचालय, मोबाईल चार्जिंग, स्नानागार आदि की भी निःशुल्क व्यवस्था की गई है।

बता दें कि आध्यात्मिक भवन में श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न सुविधाएं सुनिश्चित की गई है यथा- Spiritual Congreation Hall, Community Toilet& 50 units for Gents & 50 units for Ladies, Food Stalls, Shops, First Aid, Spiritual Congregation Hall। साथ ही देश-विदेश से आने वाले कॉवरियों/श्रद्धालुओं हेतु आध्यात्मिक भवन सरासनी, देवघर में भोजनादि की व्यवस्था भी की गई है, जो कम से कम शुल्क श्रद्धालुओं से देय होगा।

हॉट लाइन पर जुड़े रहेंगे दोनों राज्यों के अधिकारी

श्रावणी मेला में ट्रैक्टर सहित मालवाहक गाड़ियों पर बांस-बल्ले के डबल डेकर बनाकर श्रद्धालु पहुंचते हैं. इस पर दोनों राज्यों के अधिकारियों ने पूरी तरह से रोक लगाने का निर्णय लिया. ऐसी गाड़ियों से दुर्घटना का खतरा भी रहता है. श्रावणी मेले में पूर्व से सिस्टम काम करती रही है. आमजनों का सहयोग भी मिलता रहा है.

अस्पताल में श्रद्धालुओं को सुविधा मिले. इन मसलों पर भी विचार विमर्श किया गया. आयुक्त ने कहा कि शासन और प्रशासन की प्राथमिकता शिवभक्तों की सुरक्षा और सुविधा है. भागुलपर, मुंगेर, बांका, जमुई, देवघर और दुमका के आला अधिकारी हॉट लाइन पर संवाद बनाये रखेंगे. सुल्तानगंज से देवघर के बीच बने होल्डिंग प्वाइंट पर बढ़ते भीड़ की सूचना के मुताबिक अगले प्वाइंट के अधिकारी अलर्ट रहेंगे.

अंतरराज्यीय सीमा पर हर गतिविधियों पर रखी जायेगी नजर

मुंगेर प्रमंडल के आयुक्त संजय कुमार ने कहा कि श्रद्धालुओं को सुलभ तरीके से दर्शन कराना और उनलोगों की सुरक्षा व्यवस्था कैसे बेहतर हो. इसी पर दोनों राज्यों के अधिकारियों ने समन्वय स्थापित किया. सूचनाओं के आदान-प्रदान व भीड़ नियंत्रण को लेकर भागलपुर, बांका एवं मुंगेर के साथ आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य किये जायेंगे. बिहार सीमा में हमलोगों ने पर्याप्त व्यवस्था की है. गंगा का बालू छानकर बिछवाया जा रहा है.

धर्मशालाओं सहित टेंट सिटी की संख्या बढ़ायी जा रही है. दोनों राज्य वाट्सअप ग्रुप पर जुड़े रहेंगे. ताकि कांवरिया मार्ग के पल-पल की जानकारी एक-दूसरे को मिलती रहे. अंतरराज्यीय सीमा के थानों से समन्वय रखकर श्रावणी मेला के दौरान सघन गश्ती एवं चेकनाका के माध्यम से सभी गतिविधियों पर नजर रखी जायेगी. छोटी गाड़ियों जैसे टोटो आदि का उपयोग कांवरिया मार्ग में एंबुलेंस के तौर पर किया जायेगा. उसके लिये डेडिकेटेड पास सिस्टम लागू किया जायेगा.

HPBL
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