झारखंड में आतंकवादी: कौन है डॉ इस्तियाक, अलताफ और फैजान जो तैयार कर रहा था दहशतगर्दों की फौज, रांची में छुपे सरगना को कौन कर रहा था मदद...

रांची। झारखंड से जुड़ रहे आतंकी तार ने एक बार पुलिस की चुनौतियां बढ़ा दी है। जिस तरह से झारखंड के कई हिस्सों से आतंकियों के कनेक्शन सामने आ रहे हैं, उसने ईस बात को सोचने को मजबूर कर दिया है कि आखिरकार झारखंड में कौन-कौन ऐसे लिंक है, जो ऐसे दशहतगर्दों को सपोर्ट कर रहा है।


झारखंड, राजस्थान समेत देशभर में आतंकवाद के इस नए माड्यूल पर शिकंजा कसने के लिए गुरुवार सुबह से लागतार छापामारी की जा रही है। झारखंड में ATS की टीम ने गुरुवार को 16 ठिकानों पर छापामारी की है जिसमें रांची, हजारीबाग, लोहरदगा समेत अन्य जिले शामिल हैं।

झारखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से 14 लोगों को हिरासत में लेने के बाद अल कायदा के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने का दावा किया।दिल्ली पुलिस के अफसरों ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि खुफिया जानकारी मिलने के बाद राज्यों के पुलिस बलों के साथ मिलकर एक ऑपरेशन चलाया गया।


पुलिस ने बताया कि अल कायदा इन इंडियन सब-कॉन्टिनेंट( AQIS) के सरगना डॉ. इश्तियाक को झारखंड से हिरासत में लिया गया। ये देश में आतंकी हमलों की तैयारी में था।

ATS ने बरियातू के जोड़ा तालाब निवासी डॉ इश्तियाक को गिरफ्तार किया है जिसे पूरे माड्यूल का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। जानकारी जो अब तक मिली है, उसके मुताबिक इश्तियाक के अलावा लोहरदगा के हिंजला निवासी अलताफ अंसारी को राज्स्थान पुलिस ने भिवंडी से गिरफ्तार किया है।


अलताफ के हिंजला स्थित घर पर जब ATS ने छापामारी की तब वहां से कार्बाइन और एके 47 के जैसा मिलता जुलता दो कंट्रीमेड हथियार बरामद हुआ है। इसके तुरंत बाद हजारीबाग मे ATS ने फैजान नामक संदिग्ध को हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है।

राजस्थान के जिस ट्रेनिंग कैंप से संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें आधा दर्जन से अधिक लोग रांची से सटे ग्रामीण इलाकों से हैं। इनमें मांडर, चान्हो समेत कई इलाकों में रहने वाले युवक शामिल हैं। गिरफ्त में आने वाले युवकों का संबंध 'अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट' (एक्यूआईएस) के साथ बताया जा रहा है।

आईजी ऑपरेशन एवी होमकर ने जानकारी देते हुए बताया कि देशद्रोह के मामले से जुड़े संदिग्धों के ठिकानों पर छापामारी की जा रही है।

कैसे बना आतंकी संगठन AQIS

अल-कायदा इन इंडियन सब-कॉन्टिनेंट( AQIS) की शुरुआत 2014 में पूर्व अल-कायदा चीफ अयमान अल-जवाहिरी ने की थी। पाकिस्तान मूल का असीम उमर इसका शुरुआती सदस्य था। तब अल-जवाहिरी की तरफ से एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें उसने भारत के खिलाफ जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों की बात कही थी।

अब इसकी अगुआई ओसामा महमूद कर रहा है, जो पाकिस्तान मूल का बताया जाता है। US-अफगान मिलिट्री ऑपरेशन में उमर मारा गया था। इसके बाद 2019 में महमूद ने इसकी बागडोर अपने हाथ में ले ली थी। रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन सब-कॉन्टिनेंट में अल-कायदा के एक संगठन AQIS (अल-कायदा इन इंडियन सब-कॉन्टिनेंट) के 200 लड़ाके मौजूद हैं।

इनका लीडर आतंकी ओसामा महमूद है। वहीं अफगानिस्तान में इस संगठन के 400 लड़ाके हैं। UN के एक मेंबर स्टेट ने दावा किया है कि AQIS क्षेत्र में ISIS के खोरासान प्रोविंस (ISIL-K) से जुड़ने के लिए तैयार है।

Aditya
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