झारखंड में नियुक्ति नियमावली का मुद्दा भी गरमाया, मुख्यमंत्री के आरोपों पर नेता प्रतिपक्ष ने दिखाये सबूत, कहा, और कितना ....

रांची। झारखंड में नियुक्ति नियमावली हमेशा से सवालों में रही है। नियोजन नीति की अजब-गजब शर्तों ने सालों तक नियुक्तियों को उलझाये रखी, अब चुनाव करीब है, तो फिर से झारखंड की नियुक्ति नियमावली सवालों में है। वैसे भी रोजगार, सरकारी भर्तियां जैसे मुद्दों को लेकर भाजपा ने युवाओं को साधने की तैयारी कर ली है।

पिछले दिनों बड़ा प्रदर्शन भी राजधानी रांची में किया गया था। उस दौरान भी नियुक्ति नियमावली को लेकर सरकार पर भाजपा ने तीखा हमला बोला था। अब एक बार फिर से नेता प्रतिपक्ष ने हेमंत सरकार पर नियुक्ति नियमावली के नाम पर युवाओं को छलने का आरोप लगाया है।

अमर बाउरी ने कहा है कि हेमंत सरकार की मंशा नहीं है की युवाओं को नियुक्तियां दी जाए। हेमंत सरकार पहले स्वयं त्रुटिपूर्ण नियमावली बनाती है, कोर्ट के सामने मजबूती से अपना पक्ष नहीं रखती और नियुक्तियों को 𝐁𝐚𝐜𝐤𝐝𝐨𝐨𝐫 से उलझा कर ठंडे बस्ते में डाल देती है।

अमर बाउरी ने दस्तावेज सार्वजनिक किये हैं, जिससे ये प्रतीत होता है कि नियुक्ति नियमावली तैयार करने में कई खामियां थी। अमर बाउरी ने कहा है कि ध्यान से देखिए हेमंत सरकार के उलझाने की कला को और समझिए इनकी नियत

: 𝐀𝐭𝐭𝐚𝐜𝐡𝐦𝐞𝐧𝐭 𝟏 : विधि विभाग का परामर्श संलग्न है जिसमे AG राजीव रंजन जी ने साफ यह झूठ बोला कि यह नियमावली हिमाचल प्रदेश राज्य में लागू है जिसको आप अक्सर मुख्यमंत्री जी को 𝐐𝐮𝐨𝐭𝐞 करते हुए सुनेंगे। (जैसा मुख्यमंत्री जी ने इस ट्वीट में भी किया है) मामले को कहां छुपाया व पेचीदा बनाया गया अब यह देखिए






𝐀𝐭𝐭𝐚𝐜𝐡𝐦𝐞𝐧𝐭 𝟐 : हिमाचल प्रदेश राज्य में वर्ग 3-4 में नियुक्ति के लिए पात्रता नियम, 2019 की भी प्रति संलग्न है जिसमें यह साफ लिखा गया है कि यदि उम्मीदवार ने मैट्रिकुलेशन और 10+2 हिमाचल प्रदेश से उत्तीर्ण किया है तो वह तृतीय श्रेणी और चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नियुक्ति के लिए पात्र होगा।





"𝐍𝐎𝐓𝐄: बशर्ते यह शर्त वास्तविक हिमाचलियों पर लागू नहीं होगी।" लेकिन बरगलाने की मानसिकता देखिए झारखंड सरकार ने मात्र हिमाचल की नीति का एक हिस्सा लिया और स्थानीयता वाले कॉलम को जान बुझकर छोड़ दिया ताकि इस त्रुटि को देखकर कोई अभ्यर्थी मामले को कोर्ट में लेकर जाए और मामला अटक, लटक व भटक जाए।

अमर बाउरी ने करारा कटाक्ष करते हुए कहा है कि इसलिए भारतीय जनता पार्टी अक्सर कहती है कि झामुमो-कांग्रेस-राजद सरकार अटकाओ, लटकाओ व भटकाओ की विद्या में पारंगत है यह गलत तरीके से बनाई गई नीति को तो जान बुझकर फ़ंसाया गया और हेमंत सरकार ने बंद कमरे में बैठकर छात्रों के भविष्य का सौदा कर दिया ! हेमंत सरकार के "झूठे वादे और फरेबी इरादों" को इतिहास कभी माफ नहीं करेगा ...

Aditya
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