VIDEO-मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हुए नाराज, कहा. ये स्वीकार्य नहीं होगा.. डीसी से कार्रवाई कर तुरंत मांगी रिपोर्ट, जानिये क्या है पूरा मामला

लातेहार। आदिवासी परिवार के खेतो को उजाड़ने वाले अफसरों पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नाराजगी जतायी है। सोशल मीडिया में वायरल VIDEO पर एक्शन लेते हुए मुख्यमंत्री ने लातेहार कलेक्टर को कहा है कि ये स्वीकार नहीं है।

उन्होंने इस मामले में कार्रवाई का निर्देश दिया है। दरअसल लातेहार के बिश्रामपुर के 4-5 आदिवासी परिवारों द्वारा 15 एकड़ वन भूमि पर लगाये गए लहलहाते मकई को वन कर्मियों ने बिना नोटिस के ही रौंद दिया था।

इस मामले को झारखंड जनाधिकार महासभा ने उठाया और सोशल मीडिया में पीड़ित महिलाओं का वीडियो पोस्ट किया। वीडियो में साफ देखा जा सकता था कि किस तरह से मकई के खेत को तहस नहस कर दिया गया था। वीडियो वायरल होने के बाद अब दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होने वाली है।

जनाधिकार मंच के मुताबिक लातेहार के बिश्रामपुर के 4-5 आदिवासी परिवारों द्वारा 15 एकड़ वन भूमि पर लगाये गए लहलहाते मकई को वन कर्मियों ने बिना नोटिस रौंद दिया और पिटाई की. सालों से यहां खेती हो रही है. ग्रामीणों के अनुसार वन प्रभारी ने इसके एवज़ में 25-30 हज़ार रु भी लिए थे।

वन अधिकार अधिनियम अंतर्गत इस पट्टा के लिए इन परिवारों ने पहले ही दावा भी किया है। मज़ेदार बात है कि दावा आवेदन को अंचल व वन विभाग द्वारा सत्यापित भी किया गया है। बावजूद अधिकारियों ने मनमर्जी तरीके से आदिवासी परिवार के खेतों को उजाड़ दिया।



महासभा ने इस मामले में मुख्यमंत्री से तत्काल संज्ञान लेते हुए तुरंत वन पदाधिकारियों के विरुद्ध SC-ST एक्ट अंतर्गत मामला दर्ज करने की मांग की थी। वहीं मुआवजा और वन पट्टा परिवार को उपलब्ध कराने को कहा था।

Aditya
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