हेमंत सोरेन अपने सभी भाषणों में क्यों कर रहे हैं "जेल" का जिक्र, सहानुभूति या फिर है नयी रणनीति ?

रांची। हेमंत सोरेन इन दिनों मैराथन दौरान कर रहे हैं। कभी मंईया योजना की राशि वितरण कार्यक्रम में तो कभी आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में। इस दौरान वो उनकी भाषण शैली काफी चर्चाओं में हैं।


एक तरफ वो भाजपा पर लगातार हमला कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ हर संबोधन में जेल भेजने का जिक्र कर, सहानुभूति भी बटो रे रहे हैं। पिछले 10 दिन में जितने भी संबोधन हेमंत सोरेन ने दिये हैं, उसमें उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते-बोलते जेल भेजने का जिक्र जरूर किया है।

गोड्डा: मुझे झूठे आरोप में जेल में डाल दिया

फिर चाहे बात जमशेदपुर, गिरिडीह या गोड्डा की ही बात क्यों ना हो। गोड्डा में में अपने संबोधन में हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना के बाद जब मैंने आपके लिए काम करना शुरू किया तो विपक्षी लोग मेरे पीछे पड़ गए, मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगाते रहे। जब इन्होंने देखा कि हम किसानों, मजदूरों, युवाओं, महिलाओं के लिए काम कर रहे हैं तो इन्होंने मुझे जेल में डाल दिया।

मैं जैसे जेल गया, वैसे ही ये लोग सरकार गिराने में लग गए। लेकिन आप लोगों का आशीर्वाद मेरे साथ था, और जब गरीब-गुरूबा और करोड़ों लोगों का आशीर्वाद होता है तो लाख दुश्मन बड़ा हो, किसी का एक बाल भी बांका नहीं हो सकता है। देखिए, मैं फिर आपके सामने खड़ा हूं।

जमशेदपुर : जनता के लिए अधिका मांगा तो जेल में डाल दिया

समय-समय पर इस देश की गरीब-गुरूबा जनता ने, किसानों ने, ऐसे सामंती विचार वालों को मुंह तोड़ जवाब दिया है। हम लोग हक-अधिकार मांगते हैं, तो हमें जेल में डाल दिया जाता है। ₹1 लाख 36 हजार करोड़ का राज्य का बकाया केंद्र सरकार ने अपने पास रखा है, हमें नहीं मिलता, मगर दूसरे राज्यों को मिल जाता है।

ऐसे ही आवास के लिए हम लोग दिल्ली में आवाज उठाते रह गए, इन्होंने नहीं दिया, तब हम लोगों ने अबुआ आवास शुरू किया। लेकिन अब चुनाव आ रहा है तो शायद 3-4 साल पुराना आवास के लिए केंद्र पैसा देना चाह रहा है, बोलते हैं 1 लाख को आवास देंगे। इन्हें नहीं पता यहां 20 लाख को आवास देना है। हम अबुआ आवास के अंतर्गत अगले 5 साल में सभी 20 लाख को अबुआ आवास देने का काम करेंगे।

कोल्हान: पूरे परिवार को जेल भेजने में लगे हुए हैं

हम जब सरकार में आये तो विभिन्न योजनाओं को लोगों के लिए शुरू किया। हमें पता था हमारे राज्यवासियों की जरूरत। बच्चों की पढ़ाई हो या बीमारी में इलाज का खर्च, या कोई और जरूरत - लोगों को मजबूरन महाजनों से कर्जा लेना पड़ता था। इन लोक-कल्याणकारी योजनाओं को लागू कर हम लोगों की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। और आने वाले 5 साल में हर परिवार को 1 लाख रुपये देने का भी काम करेंगे।


विपक्ष में बैठे लोग महाजनों की जमात है जिन्हें हम लोगों ने आपकी मदद से 2019 में उखाड़ फेंका था। यह लोग फिर से अपना सर खड़ा करने की तैयारी कर रहा है। आज आपके एक मुख्यमंत्री के पीछे विपक्ष के सात-सात पूर्व मुख्यमंत्री लगे हुए हैं। हमें जेल भेजने के लिए, झूठे आरोप में फंसाने के लिए। अब तो ये पूरे परिवार को जेल में डालने की कार्य योजना बना रहे हैं। लोकसभा चुनाव में इन्होंने मुझे जेल में डाला।

लेकिन इसका परिणाम हुआ कि झारखंडियों ने इनके गाल में तमाचा लगाया और आने वाले चुनाव में भी इनका यही हाल होगा। आवास को लेकर केंद्र सरकार की तीन-चार साल बाद अब नींद टूटी है। अब गरीबों के आवास के लिए यह पैसा भेज रहे हैं। उन्हें पता चल गया है कि अब झारखण्ड में बैठे लोग उनकी राजनीति रोटी पकने नहीं देंगे।

Aditya
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