आसान नहीं है 38 सीटों पर झामुमो-BJP की राह, 2019 की तुलना में प्रत्याशी तो कम, लेकिन टेंशन कहीं ज्यादा, पढ़िये हेमंत-बाबूलाल की चुनौती
आसान नहीं है 38 सीटों पर झामुमो-BJP की राह, 2019 की तुलना में प्रत्याशी तो कम, लेकिन टेंशन कहीं ज्यादा, पढ़िये हेमंत-बाबूलाल की चुनौती
Jharkhand Vidhansabha Chunav: झारखंड में दूसरे चरण का चुनाव 20 नवंबर को होना है। पहले चरण में 43 सीटों पर चुनाव के बाद सभी पार्टियों का पूरा फोकस अब 38 विधानसभा सीटों पर है।
दूसरे चरण में हेमंत सोरेन की साख दांव पर है, तो वहीं बाबूलाल मरांडी की भी अग्निपरीक्षा है। दोनों को ना सिर्फ खुद जीत दर्ज करनी है, बल्कि अपनी पार्टी और गठबंधन के अधिकांश प्रत्याशियों को भी जीत दिलाना है।
वैसे आंकड़ों में तो दूसरे चरण की 38 सीटों पर दावा झामुमो का ज्यादा मजबूत दिखता है, लेकिन इस बार भाजपा भी बाजी पलटने को तैयार दिख रही है। अधिकांश सीटों पर भाजपा और झामुमो में सीधी टक्कर है, लेकिन कई सीटों पर निर्दलीय और जयराम महतो की पार्टी भी टेंशन बनाये हुए हैं।
दूसरे फेज की 38 सीट पर 528 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 20 नवंबर को मतदान से तय होगा। इससे पहले चरण में कोल्हान और छोटा नागपुर क्षेत्र की सीटों पर चुनाव था तो दूसरे चरण में संथाल परगना की सीटों पर अग्निपरीक्षा है।
झारखंड के फाइनल और अंतिम चरण की 38 सीटों पर 528 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें 472 पुरुष और 55 महिलाओं के अलावा एक थर्ड जेंडर भी है। 257 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं।
हालांकि पिछली बार यानि 2019 की तुलना में इन सीटों पर प्रत्याशियों की संख्या कम हुई है। 2019 में 583 प्रत्याशी उतरे थे, इस तरह 2024 चुनाव की तुलना में उम्मीदवार जरूर कम है लेकिन मुकाबला पहले से ज्यादा टफ है। सबसे ज्यादा राज धनवार में 24 प्रत्याशी है, जबकि खिजरी और टुंडी सीट पर सबसे ज्यादा 20-20 उम्मीदवार मैदान में हैं।
दूसरे चरण की जिन 38 सीटों पर चुनाव है, उसमें से 33 सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं जबकि 5 सीट पर उसकी सहयोगी आजसू ने अपने प्रत्याशी उतार रखे हैं। वहीं, दूसरे चरण में जेएमएम के 20 उम्मीदवार मैदान में हैं और उसके सहयोगी कांग्रेस 13 सीट पर चुनाव लड़ रही। इसके अलावा आरजेडी ने दो सीट पर प्रत्याशी उतारे हैं तो सीपीआई माले ने 3 सीट पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं।
झारखंड चुनाव के दूसरे चरण में 17 सीट पर बीजेपी और जेएमएम के बीच मुकाबला है तो 11 सीट पर कांग्रेस बनाम बीजेपी की लड़ाई है। तीन सीट पर आजसू बनाम जेएमएम की लड़ाई है तो तीन सीट पर माले की लड़ाई बीजेपी से है। आरजेडी को दोनों ही सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी से मुकाबला करना पड़ रहा है. ऐसे में कई सीट पर त्रिकाणीय लड़ाई भी है।