कल्पना सोरेन बताया, हेमंत सोरेन की किन बातों पर भाजपा चुप हो जाती है, कहा, इनका सुपड़ा साफ करके ही दम लेना
Kalpana Soren told on which issues of Hemant Soren BJP becomes silent and said that they will not rest until they have wiped him out
झारखंड विधानसभा चुनाव : कल्पना सोरेन ने इस बार चुनाव में अपनी अलग पहचान बनायी है। झामुमो का पूरा चुनाव प्रचार कल्पना सोरेन पर ही फोकस है। वो ना सिर्फ अपने क्षेत्र में प्रचार कर रही है, बल्कि स्टार प्रचारक के तौर पर झामुमो और गठबंधन साथियों के लिए भी वोट मांग रही है।
कल्पना सोरेन ने चुनावी सभा में कहा कि हेमन्त जी 1932 खतियान की मांग करते हैं – बीजेपी चुप, हेमन्त जी सरना आदिवासी धर्म कोड की मांग करते हैं – बीजेपी फिर चुप, बीजेपी तो मंईयां योजना के खिलाफ पीआईएल करने तक कोर्ट में चले जाती है।
झारखण्डी अस्मिता से जुड़े हर एक मुद्दे पर बीजेपी सौतेला व्यवहार करती है। ऐसी बीजेपी का राज्य से सूपड़ा साफ करके की दम लेना है।
कल्पना यही नहीं रूकी, उन्होंने कहा कि जब झारखण्ड में भाजपा की डबल इंजन की सरकार थी, तब हमारा प्रदेश विकास से कोसों दूर खड़ा था। भाजपा ने झारखण्ड को एक अवसर के रूप में नहीं, बल्कि एक साधन के रूप में देखा और झारखण्ड को लूटने और हमारे संसाधनों को दूसरे भाजपा शासित राज्यों में भेजने का काम किया।
हमारे अधिकारों पर भाजपा ने पाँच साल तक आघात किया, हमारे सपनों को नजरअंदाज किया और हमारे प्रदेश की संभावनाओं को ठुकराया। लेकिन अब, झारखण्ड की जनता सचेत है, जागरूक है, और इस बार वह झूठे वादों के झाँसे में नहीं आएगी।
राज्य में पहली बार मंईयां सम्मान योजना के तहत हमारी बहनों को सच्चे अर्थों में सम्मान देने की पहल की गई है। हमने जो वादा किया था, उसे समय से पहले निभाया भी है।
अब हम इस वादे को एक कदम और आगे ले जा रहे हैं, सम्मान राशि को ₹1000 से बढ़ाकर ₹2500 करने का संकल्प लिया है। हमारी बहनों का हक़ और सम्मान हमेशा हमारी प्राथमिकता रहेगी। उनकी खुशहाली ही हमारा असली लक्ष्य है!
हमारी लड़ाई जनता के हक़ के लिए है, झारखंड के अधिकार के लिए है। ये लड़ाई सिर्फ हमारी नहीं, बल्कि झारखंड के हर जन की है। हर गांव, हर शहर, हर गली-मुहल्ले से आवाज उठ रही है , जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए, झारखंड के स्वाभिमान के लिए! आज झारखंड का जन-जन कदम से कदम मिलाकर हमारे साथ खड़ा है। और हर दिल से उठ रहा है बस एक ही नारा , हेमन्त दुबारा।