झारखण्ड में पेपर लीक रोकने वाला कानून….बिहार में हुआ पेपर लीक, तो झामुमो ने भाजपा पर साधा निशाना, कही ये बात…

Law to stop paper leak in Jharkhand... When paper leaked in Bihar, JMM targeted BJP, said this...

CHO Paper Leak: एक और पेपर लीक मामले में सियासी सनसनी मचा दी है। एक तरफ अभ्यर्थी आक्रोशित हैं, तो दूसरी तरफ मुद्दे पर राजनीति भी गरम है। स्वास्थ्य विभाग में CHO परीक्षा के पेपर लील मामले में पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को आड़े हाथों लिया है। तो वहीं झारखंड में भी भाजपा पर झामुमो ने निशाना साधा है। झामुमो ने कहा कि बिहार में भाजपा सरकार के कारनामें…. और झारखण्ड में पेपर लीक रोकने वाला कानून लाया गया था तो भाजपा के लोग घड़ियाली आंसू बहाने लग गए थे।

 


इससे पहले तेजस्वी यादव ने कहा है कि सत्ता संरक्षित पेपर लीक माफिया ने फिर बिहार में लीक का बड़ा कारनामा किया है। तेजस्वी ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी (CHO) की हुई ऑनलाइन परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के बाद इसे रद्द करना पड़ा। बिहार में कोई भी ऐसी परीक्षा नहीं हो रही जिसमें BJP-JDU की घालमेल वाली सत्ता प्रायोजित धांधली नहीं हो रही है। गड़बड़ी सबके सामने आ गई तो मजबूरी में यह सरकार उसे रद्द करती है अन्यथा परीक्षा को साफ-सुथरा करार दे परीक्षा माफिया से हुई कमाई का बंदरबांट कर लिया जाता है।

 

क्या यह सत्य नहीं है कि सभी परीक्षाओं के पेपर लीक माफ़िया के कर्ता-धर्ता प्रदेश के मुखिया के गृह जिले से ही संबंध रखते है? जब तक नीतीश-भाजपा सरकार है, कोई भी परीक्षा कदाचार मुक्त हो ही नहीं सकती है क्योंकि परीक्षा माफिया के सदस्य हर बार सरकार के ही क़रीबी निकलते हैं। क्या आपने कभी मुख्यमंत्री को किसी भी पेपरलीक पर बोलते सुना है? पेपरलीक सह परीक्षा माफिया पर उनकी चुप्पी में ही लीक का रहस्य छुपा है? यह संयोग तो नहीं हो सकता है कि सभी परीक्षाओं एवं पेपर लीक के तार हमेशा एक विशेष जिले से ही जुड़े रहते है?

बड़ा कंफ्यूजन है : ...कोई कह रहा विधायक छत्तीसगढ जा रहे हैं....तो कोई बता रहा झारखंड में ही रहेंगे... इधर, कांग्रेस प्रभारी ने बुलायी रात 8 बजे बैठक..

 

दरअसल बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा रविवार को सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी (सीएचओ) की परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसे प्रश्न पत्र लीक होने के चलते रद्द कर दिया गया है। समिति ने सोमवार को होने वाली परीक्षा को भी रद्द कर दिया गया है। परीक्षा की अगली तिथि की घोषणा जल्द की जाएगी। बता दें कि सीएचओ की नियुक्ति के लिए पटना के 12 केंद्रों में रविवार को ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की गई थी।

 

परीक्षा केंद्रों में गड़बड़ी की आशंका को लेकर पुलिस ने छापेमारी की। इसमें गड़बड़ी होने के कई प्रकार के साक्ष्य मिलने की बात कही जा रही है। माना जा रहा है कि इसी साक्ष्य के आधार पर 4500 पदों पर सीएचओ की नियुक्िजा के लिए होने वाली परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया गया। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस मामले की जांच कर रही है। सूत्रों का दावा है कि 12 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. कुछ परीक्षा केंद्रों के सील किए जाने की भी सूचना है।

 

मालूम हो कि परीक्षा के पूर्व सीएचओ की परीक्षा से संबंधित ऑडियो और वाट्सएप चैट वायरल हुआ था। इसके बाद राज्य स्वास्थ्य समिति ने पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को एक पत्र लिखकर जांच करने की बात कही थी। इसके बाद रविवार को परीक्षा होने से पहले ही पुलिस ने छापेमारी की। परीक्षा एक एजेंसी द्वारा ऑनलाइन कराई जा रही थी।

Related Articles

close