शिक्षक अभ्यर्थियों पर बड़ी कार्रवाई, फर्जीवाडा़ करने वाले अभ्यर्थियों को 5 साल के लिए किया बैन, सभी तरह की परीक्षा के लिए किया प्रतिबंधित, देखिये अभ्यर्थियों की लिस्ट
पटना। शिक्षक भर्ती में BPSC ने जैसा कहा था, वैसा ही किया है। फर्जीवाड़ा करने वाले अभ्यर्थियों को BPSC ने 5 साल के लिए बैन कर दिया है। BPSC ने अपनी साइट में छात्रों के नाम, रोल नंबर और गुनाह के साथ विस्तृत जानकारी पोस्ट की है। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के 20 अभ्यर्थियों को पांच वर्षों तक सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने पर बैन कर दिया है। इस सूची को दूसरे आयोग को भी भेजने का प्रस्ताव है, ताकि ऐसे अभ्यर्थी को दूसरे परीक्षाओं से वंचित किया जा सके।
निरंजन कुमार और सरोज कुमार प्रसाद को दूसरे से परीक्षा दिलाने के नाम पर बैन किया गया है। वहीं राजा राम यादव एवं फुल कुमारी के स्थान पर दूसरे अभ्यर्थी राहुल कुमार सिंह एवं अन्नु कुमारी के परीक्षा में शामिल होने के कारण प्रतिबंधित किया गया है। उसी तरह से मनीष कुमार को बायोमेट्रिक जांच में बेमेल पाये जाने के कारण, लालू कुमार को गलत पहचान के कारण रोक लगाई गई है। राकेश कुमार, शशि कुमार के बायोमेट्रिक और फोटो से मिसमैच के कारण, मणिकांत कुमार के स्थान पर दूसरे द्वारा परीक्षा देने के कारण, रितेश कुमार के स्थान पर सुमन कुमार द्वारा परीक्षा देने के कारण, मदन मोहन के स्थान पर संजीव कुमार के परीक्षा में शामिल होने के कारण प्रतिबंधित किया गया है।
गौरव कुमार के स्थान पर दूसरे द्वारा परीक्षा देने के कारण, संजीत कुमार के आधार कार्ड के मिलान नहीं होने के कारण पांच वर्षों के लिए रोक लगा दिया है।इसके अलावा सरोज कुमार प्रसाद के स्थान पर दूसरे के परीक्षा देने के कारण, दो अभ्यर्थी राजा राम यादव एवं फुल कुमारी के स्थान पर दूसरे अभ्यर्थी राहुल कुमार सिंह एवं अनु कुमारी के परीक्षा में शामिल होने के कारण, मनीष कुमार को बायोमेट्रिक जांच में बेमेल पाये जाने के कारण, लालू कुमार को गलत पहचान के कारण रोक लगाइ गई है। राकेश कुमार, शशि कुमार के बायोमेट्रिक और फोटो से मिसमैच के कारण, मणिकांत कुमार के स्थान पर दूसरे द्वारा परीक्षा देने के कारण, रितेश कुमार के स्थान पर सुमन कुमार द्वारा परीक्षा देने के कारण, मदन मोहन के स्थान पर संजीव कुमार के परीक्षा में शामिल होने के कारण, गौरव कुमार के स्थान पर दूसरे द्वारा परीक्षा देने के कारण, संजीत कुमार के आधार कार्ड के मिलान नहीं होने के कारण पांच वर्षों के लिए रोक लगा दिया है। जानकारी के मुताबिक अभी कुछ और अभ्यर्थियों पर कार्रवाई हो सकती है