मंईया सम्मान योजना बन गयी मुसीबत योजना, महिला तो गुस्से में थी ही, अब भाजपा ने भी दे दी चेतावनी
![मंईया सम्मान योजना बन गयी मुसीबत योजना, महिला तो गुस्से में थी ही, अब भाजपा ने भी दे दी चेतावनी मंईया सम्मान योजना बन गयी मुसीबत योजना, महिला तो गुस्से में थी ही, अब भाजपा ने भी दे दी चेतावनी](https://www.hpbl.co.in/wp-content/uploads/2025/01/CM-MAIYA-1.jpg)
Maiya Samman Yojna : जो मंईया सम्मान योजना हेमंत सरकार के लिए संजीवनी बनी थी, अब वहीं योजना हेमंत सरकार के लिए मुसीबत बन गयी है। जनवरी की किस्त इंतजारों में ही गुजर गया, अब फरवरी की किस्त की तारीख भी गुजरती जा रही है। ऐसे में हेमंत सरकार के खिलाफ एक तरफ जहां महिलाएं आक्रोशित है।
तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा भी मुश्किलें पैदा करने को तैयार हो गयी है। जाहिर है विधानसभा सत्र में तो मुद्दा गरमायेगा ही, सदन से पहले भाजपा इसे लेकर सड़क पर भी उतरने को तैयार है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर हेमंत सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि कल 11 तारीख हो जाएगी. लिहाजा, वादे के अनुरुप प्रदेश की सभी बहनों के खाते में मंईयां सम्मान की राशि चली जानी चाहिए. लेकिन सरकार पिछले जनवरी माह की राशि का भी भुगतान नहीं कर पाई है.।
बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि हेमंत सोरेन की एग्जाम कैलेंडर वाली घोषणा भी जुमला साबित हुई है। जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हुई है। बुजुर्गों और विधवाओं का पेंशन लंबित है. गरीब आदिवासी परिवारों को राशन नहीं मिल रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष ने चेतावनी दी है कि हेमंत सरकार जन मुद्दों पर तुरंत पहल नहीं करती है तो भाजपा राज्यव्यापी आंदोलन करेगी।यह सौ फीसदी सही है कि मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों को जनवरी माह की किस्त नहीं मिली है।
झामुमो के वादों के मुताबिक हर माह की 15 तारीख तक मंईयां सम्मान योजना की लाभुकों के खाते में 2,500 रु ट्रांसफर करना है। इस योजना की शुरुआत अगस्त 2024 में हुई थी. तब से लेकर नवंबर तक लाभुकों के खाते में प्रति माह 1,000 रु ट्रांसफर किए जा रहे थे।
चुनाव पूर्व किये वादों के मुताबिक दिसंबर से 2,500 रु प्रति माह देने का वादा 6 जनवरी को पूरा किया गया, लेकिन उसके बाद से राशि पर ब्रेक लग गयी है। जाहिर है इससे महिलाओं का आक्रोश अब बढ़ता दिख रहा है।