एक हाथ में मेहंदी, दूसरे हाथ में ज्वाइनिंग लेटर, शादी वाले दिन दूल्हे की खुली किस्मत, दुल्हन के आने से पहले बन गया दारोगा
यूपी न्यूज । कहते हैं कि हर व्यक्ति के जीवन में एक लड़की बहुत महत्व रखती है। फिर वह बेटी हो या फिर बहू। इन दोनों के घर आ जाने से अक्सर लोगों की बंद किस्मत का ताला खुल जाता है। इसी तरह का एक मामला यूपी के हापुड़ से भी सामने आया है। यहां के रहने वाले एक युवक को जि तोहफे का इंतजार था वह उसे शादी वाले दिन मिल गया। दुल्हन के घर आने से पहले ही दूल्हे की किस्मत खुल गई। दूल्हे के एक हाथ में मेहंदी रची थी तो दूसरे हाथ में ज्वाइनिंग लेटर था। शादी वाले दिन दूल्हा दारोगा बन गया था। इस खबर ने दूल्हा ही नहीं उसके घर वालों के चेहरे पर दोगुनी खुशी ला दी। एक बेटे की शादी की और दूसरी उसके दारोगा बनने की। ये खुशी केवल लड़के वालों तक की सीमित नहीं थी। लड़की पक्ष के लोगों भी दूल्हे के दारोगा बनने से उत्साहित थे।
यूपी पुलिस और प्रोन्नति चयन बोर्ड की ओर से नौ हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों को ज्वाइनिंग लेटर बांटे गए हैं। इनमें यूपी पुलिस, पीएसी और अग्निशमन सेवाओं के 9055 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। इन्हीं चयनित अभ्यर्थियों में से एक हैं हापुड़ के रहने वाले अनुज कुमार की। अनुज के घर पर आज शहनाई बज रही है। शाम को बारात जानी थी। बारात जाने से पहले उसे ज्वाइनिंग लेटर लेने के लिए बुलाया गया था। अनुज को जैसे ही एसआई पद का ज्वाइनिंग लेटर मिला तो वह फूले नहीं समाया। अनुज के दारोगा बनने की खबर जैसे ही घर परिवार में पहुंची तो वहां ढोल-नगाड़े बजने शुरू हो गए।
अनुज का कहना है कि जिंदगी में कुछ पल ऐसे होते हैं जिन्हें कभी V भुलाया नहीं जा सकता, ये पल कुछ ऐसा ही है। अनुज इशारों ही इशारों में अपनी होने वाली बीवी का लक भी बताया। अनुज कहते हैं कि उनकी पत्नी उनके लिए लक्ष्मी बनकर उनके घर आ रही हैं। उनके आने से पहले ही उनको ये कामयाबी मिली है। उधर बेटे अनुज की इस सफलता को देखते हुए घर वालों ने बताया कि ऐसा बहुत कम होता है जब नौकरी और शादी का संयोग एक ही दिन होता है।