किस्मत के धनी हैं मंत्री राधाकृष्ण किशोर: सिर्फ 736 वोट से जीते, कभी भाजपा व जदयू भी रह चुके हैं विधायक, अब कांग्रेस से बने मंत्री
Minister Radhakrishna Kishore is rich in luck: Won by only 736 votes, has once been a BJP and JDU MLA, now became a minister from Congress
Radhakrishna Kishore Minister: राजनीति में कब कहां किसकी किस्मत चमक जायेगी, ये किसी को नहीं मालूम। अब राधाकृष्ण किशोर को ही देख लीजिये। कभी भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़कर विधायक बने थे, अब कांग्रेस के कोटे से मंत्री बने हैं। झारखंड में आज हेमंत सोरेन सरकार का मंत्रिमंडल में एक नाम राधाकृष्ण किशोर का भी है। पलामू प्रमंडल के छतरपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक राधाकृष्ण किशोर को मंत्री बनाया गया है।
राधाकृष्ण कांग्रेस कोटे से मंत्री बने हैं। राधाकृष्ण किशोर उन चार मंत्रियों से जिन्हें कांग्रेस कोटे से मंत्री बनाया गया है। कांग्रेस के राधाकृष्ण किशोर को 2024 के विधानसभा में बीजेपी प्रत्याशी पुष्पा देवी देवी से कड़ी टक्कर मिली थी। वह एक मुश्किल मुकाबले में फंस गए थे। राधाकृष्ण किशोर मात्र 736 वोट से जीत पाए।
राधाकृष्ण किशोर को कुल 71,857 वोट मिले तो वहीं बीजेपी प्रत्याशी पुष्पा देवी को 71,121 वोट मिले, राधाकृष्ण किशोर के लिए आरजेडी के विजय कुमार ने मुकाबला कठिन बना दिया था। किसी तरह से राधाकृष्ण चुनाव जीते और फिर किस्मत ऐसी खुली की मंत्री बन गये।
भाजपा, आजसू फिर आरजेडी के बाद कांग्रेस में आये
राधाकृष्ण किशोर कभी एक पार्टी के नहीं रहे। उन्हें जब मौका मिला, वो अपनी सुविधा के अनुसार पार्टी बदलते रहे। वो झारखंड की भाकपा को छोड़ लगभग हर पार्टी में रहे। 2014 में बीजेपी, फिर आजसू, फिर राजद के बाद 2024 का चुनाव कांग्रेस पार्टी से लड़ा।
इससे पहले 2014 में उन्होंने बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ा और चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे, लेकिन 2019 में बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर आजसू के टिकट से चुनाव लड़ा पर उन्हें नाकामी हाथ लगी। इसके बाद वह फिर से आजसू छोड़ आरजेडी में शामिल हो गए। लेकिन एक बार फिर विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए और चुनाव लड़ा।
3 बार कांग्रेस टिकट, 1-1 बार जेडीयू और बीजेपी टिकट पर जीते
राधा कृष्ण किशोर वर्ष 1980, 1985 और 1995 में छतरपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज की थी। वही 2005 में जदयू पार्टी के सिंबल से छतरपुर विधानसभा में जीत हासिल कर चुके थे। जबकि 2014 में भाजपा के टिकट से विधानसभा में प्रवेश किया था। वहीं कुछ दिनों तक राजद में भी वह रहे। हाल के दिनों में भाजपा के समर्थन में थे।